BU हॉस्टल में दलित छात्रों के साथ मारपीट, NSUI ने आधी रात कुलपति आवास को घेरा

शराब के नशे में धुत पुलिसकर्मियों ने बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के हॉस्टल में घुसकर दलित छात्रों को पीटा, आधी रात कुलपति आवास पहुंचे NSUI के सैंकड़ों कार्यकर्ता, रात के दो बजे तक चलता रहा प्रदर्शन

Updated: Apr 23, 2022, 06:57 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश NSUI ने शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। रात करीब 12 बजे मौके पर सैंकड़ों की संख्या में पहुंचे एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने कुलपति आवास के बाहर जमकर नारेबाजी की। छात्र संगठन का यह प्रदर्शन देर रात करीब दो बजे तक चलता रहा।

दरअसल, एनएसयूआई ने यह प्रदर्शन बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी के जवाहर हॉस्टल में दलित छात्रों के साथ मारपीट की घटना के विरोध में किया। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार रात करीब साढ़े 10 बजे शराब के नशे में धुत पुलिसकर्मी जवाहर हॉस्टल पहुंचे और उन्होंने दलित छात्रों के साथ मारपीट की। बाग सेवनिया थाने से आए पुलिसकर्मियों ने छात्रों को विश्वविद्यालय स्थित हॉस्टल से निकालकर दौड़ा दौड़ा कर मारा। 

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इसके बाद पीड़ित छात्रों ने विपक्षी दल कांग्रेस की स्टूडेंट विंग एनएसयूआई को इस घटना की जानकारी दी। रात के 12 बजे तक विश्वविद्यालय परिसर में सैंकड़ों की संख्या में NSUI कार्यकर्ता जमा हो गए। NSUI कार्यकर्ता छात्रों को लेकर सीधे कुलपति आरजे राव के आवास पर पहुंचे लेकिन कुलपति बाहर छात्रों से मिलने नहीं आए। इसी बात से नाराज NSUI कार्यकर्ताओं ने आधी रात वहीं धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।

देर रात करीब दो बजे तक छात्र संगठन के कार्यकर्ता बागसेवनिया पुलिस और कुलपति राव के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। एनएसयूआई मेडिकल विंग के प्रदेश समन्वयक रवि परमार ने कहा कि, 'पुलिस ने बीयू के दलित छात्रों को बेवजह पीटा। हॉस्टल में जो पुलिसकर्मी आए थे वे नशे में धूत थे। विवि में सुरक्षाकर्मीयों के रहते हुए पुलिस बगैर अनुमति के छात्रावास तक कैसे पहुंची?'

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रवि परमार ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय की सुरक्षा एजेंसी का ठेका (टेंडर) कई महीने पहले खत्म हो चुका है। फिर भी कुलपति उनसे काम करवा रहे हैं क्योंकि उन्हें सुरक्षा एजेंसी से लाखों रुपए कमीशन मिलता हैं। बीयू एनएसयूआई अध्यक्ष आशीष शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। सुरक्षाकर्मियों द्वारा लगातार लापरवाही बरती जा रही है जिसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ता हैं। हम मांग करते हैं कि शराब के नशे में धुत होकर जिन पुलिसकर्मियों ने बर्बरता पूर्वक दलित छात्रों की पिटाई की उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए।

विवि के छात्रों ने बताया कि शुक्रवार सुबह दो छात्र समूह में मामूली विवाद हो गया था। इसके बाद छात्र थाने पहुंच गए। इसी मामले को लेकर देर रात शराब पीकर पुलिसकर्मी हॉस्टल में घुसे और उन्होंने समझौता कराने के नाम पर 5 हजार रुपए मांगी। छात्रों ने जब रुपए देने से इनकार कर दिया तब पुलिसकर्मी उन्हें पीटने लगे।