मेरा 50 साल का राजनीतिक जीवन खुली किताब है, ED, CBI और IT भी कुछ नहीं बिगाड़ पाई: दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह के वादा निभाओ पदयात्रा का दूसरा दिन, राजगढ़ वासियों से कहा- मैंने अपने राजनीतिक जीवन में जो कहा है वो किया है, जो वादे किए वो निभाए। आपकी लड़ाई लड़ता हूं और लड़ता रहूंगा।
राजगढ़। मध्य प्रदेश की राजगढ़ लोकसभा इस बाहर हॉट सीट बन गई है। यहां से कांग्रेस ने अपने सबसे कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पूरे दमखम के साथ मैदान में उतर चुके हैं। वे अपने चिर परिचित अंदाज में पैदल गांव-गांव जाकर जनता से मिल रहे हैं और भाजपा सरकार की नाकामियों से उन्हें अवगत करा रहे हैं।
दिग्विजय सिंह पदयात्रा के माध्यम से मतदाताओं से अपने दिल की बात कर रहे हैं। साथ ही नुक्कड़ सभाओं में स्थानीय बीजेपी प्रत्याशी को भी घेर रहे हैं।पूर्व सीएम ने सोमवार को राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र की खिलचीपुर विधानसभा के ग्राम कुंआखेड़ा से वादा निभाओ पदयात्रा आरंभ की। उन्होंने खिलचीपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम ब्यावरा कला में स्थित हनुमान मंदिर में दर्शन कर आशीर्वाद लिया।
ब्यावरा कला गांव में सिंह ने नुक्कड़ सभा को भी संबोधित किया। सिंह ने राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं से कहा कि मैंने अपने राजनीतिक जीवन में जो कहा है वो किया है। जो वादे किए वो निभाए। भाजपा कहती है रोडमल नागर चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, मोदी चुनाव लड़ रहे हैं। अगर आप पर मुसीबत आयेगी तो क्या मोदी को ढूंढ़ने जाओगे। केवल भावनात्मक रूप से ये सब किया जा रहा है। वह व्यक्ति जिसने किसी का वादा नहीं निभाया औरों की तो छोड़ो घर वाली का वादा नहीं निभाया।
पूर्व सीएम @digvijaya_28 जी ने आज राजगढ़ संसदीय क्षेत्र की खिलचीपुर विधानसभा के ग्राम गाड़ाहेट में आयोजित नुक्कड़ सभा में ग्रामीण जनों से चर्चा की।
— Rajgarh Lok Sabha (@Rajgarhloksabha) April 1, 2024
स्थानीय जन भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ दिखाई दिए। इस बार राजगढ़ लोकसभा में परिवर्तन होना निश्चित है।#वादा_निभाओ_पदयात्रा pic.twitter.com/79nRVkaqGz
सिंह ने अपने राजनीतिक जीवन को खुली किताब करार देते हुए कहा कि भाजपा के लोगों ने मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार की कई जांच करवा ली, लेकिन एक प्रमाण भी पेश नहीं कर पाए। दिग्विजय सिंह का न तो ईडी, सीबीआई और न आईटी कुछ बिगाड़ पाई है।जिसने भी मुझ पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया मैंने उन पर मानहानि का दावा किया। मेरा 50 साल का राजनीतिक जीवन खुली किताब है। आपकी लड़ाई लड़ता हूं,और लड़ता रहूंगा।
दिग्विजय सिंह अपने चुनावी भाषण के अंत में जय सियाराम के जयकारे लगाते दिख रहे हैं। साथ ही भाजपा नेताओं पर यह कहकर भी निशाना साध रहे हैं कि वे रामजी के साथ सीताजी को छोड़ देते हैं। वे जय श्री राम कहते हो और हम जय सिया राम।दिग्विजय सिंह ने अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन पर की गई कार्रवाई को लेकर कहा कि आज लोकतंत्र को खत्म किया जा रहा है, क्योंकि जनता के चुने हुए मुख्यमंत्री को भी जेल भेज दिया गया।
बता दें कि राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र दिग्विजय सिंह का गढ़ माना जाता है। वह दो बार यहां से सांसद भी रहे हैं। इसके बाद इस्तीफा देकर वे मुख्यमंत्री बने। हाल के वर्षों में दिग्विजय का गढ़ कहलाने वाला राजगढ़ भाजपा की झोली में चला गया था। इस बार चूंकि स्वयं दिग्विजय सिंह मैदान में उतर गए हैं ऐसे में भाजपा का यहां जीतना नामुमकिन माना जा रहा है।