सतना। शुक्रवार शाम को सतना के साड़ा जंगल में तीन कंकाल पेड़ से लटके हुए मिले। तीन शवों में एक शव महिला का है, जबकि एक महिला के पांच वर्षीय बच्चे का है, वहीं एक शव 17 वर्षीय बच्चे का है। तीनों शव दस से बारह दिन पहले के हैं। शुरूआती तौर पर पुलिस इसे सामूहिक आत्महत्या का मामला बता रही है। शनिवार को ज़िले के वैज्ञानिक आरपी शुक्ला को शवों को जांचने के लिए बरौंधा थाने बुलाया गया है। 

यह मामला सतना जिले के बरौंधा थाने के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत साड़ा के अंतर्गत आने वाले गांव भवानीपुर का है। शुक्रवार शाम को पुलिस को साड़ा के जंगल में तीन शवों के पेड़ में लटके हुए की सूचना मिली थी। तीनों मृतकों की पहचान हो गई है। तीनों शव में एक शव भवानीपुर की रहने वाली 32 वर्षीय कुसुमकली का है, दूसरा शव उसके पांच वर्षीय बेटे आशीष का है, जबकि तीसरा 17 वर्षीय सुनील राम आसरे यादव के रूप में हुई है। 

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शुरूआती तौर पर पुलिस इसे सामूहिक आत्महत्या का मामला ही मान कर चल रही है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार कुसुमकली नामक महिला के 17 वर्षीय सुनील के साथ प्रेम संबंध थे। महिला शादी शुदा इसलिए दोनों ने घर से भाग जाने का फैसला किया। इसके बाद 29 मार्च से ही महिला, उसका बच्चा और यह किशोर गायब चल रहे थे। 

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घर से भागने पर समाज में लोक लज्जा के डर के कारण दोनों ने आत्महत्या करने का फैसला किया। जिसके बाद दोनों खुद तो फंदे से झूले ही, साथ ही महिला ने अपने बच्चे को भी फंदे से झुला दिया। हालांकि पुलिस अभी किसी भी जल्दबाजी में नहीं है। पुलिस मामले की अच्छे तरीके से तहकीकात करने के मूड में है। लिहाज़ा बरौंधा थाने की पुलिस ने एफएसएल रीवा के वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी को शवों को जांचने परखने के लिए बुलावा भेजा है।