भोपाल। प्रदेश में चुनावों के दौर में राज्य में बयानों से सियासत गरमा गई है।नोट से वोट की सरकार गिरा कर प्रदेश को कलंकित करने और किसान कर्ज माफी पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के बयान से बीजेपी भड़क गई। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने नाथ के बयान पर पलटवार किया। जवाब में कांग्रेस ने पूछ लिया कि कमल नाथ के बयान को तोड़ मोड़ कर शिवराज द्वारा गलत संदर्भ में उपयोग क्यों किया जा रहा है?

दो दिन की ग्वालियर यात्रा के दौरान कमलनाथ ने भोपाल में कहा था कि वोट की सरकार को बीजेपी ने गिरा कर नोट की सरकार बनाई है। मुझे शर्म आती है, जब मैं दिल्ली जाता हूं और लोग पूछते हैं कि आपके प्रदेश की छवि बिकाऊ वाली बन गई। ग्वालियर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमलनाथ ने कहा कि मैंने अपने कार्यकाल में 26 लाख किसानों के कर्ज माफ किए। अब शिवराज इतने नालायक तो हैं नहीं कि वह समझ न सकें कि ये कैसे किया गया है। हमने दो लाख तक के सभी किसानों के कर्ज माफ करके मदद की। जबकि, शिवराज के 15 साल के कार्यकाल में किसानों को आत्महत्या तक पर मजबूर होना पड़ा।

इस पर शिवराज सिंह चौहान ने तीखी प्रतिक्रिया दी। शिवराज ने पूछा कि 15 महीने उनकी सरकार थी, उन्होंने क्या किया? यह बड़ी लायकी की बात थी कि वल्लभ भवन को दलालों के अड्डा बना दिया था। यह लायकी है क्या कि पूरे प्रदेश के विकास को ठप्प कर दिया। यदि कमलनाथ जी को आरोपों की कीचड़ ही अच्छी लग रही है तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है। कौन लायक है, कौन नालायक है यह तो जनता तय करती है। जो सभी को एक भाव से देखे, गरीबों का सम्मान करें, किसान के कल्याण की योजना बनाये वो लायक है या नालायक यह फैसला जनता को करना है।

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जाने क्यों शिवराज खुद को नालायक कहलवाने पर तुले हुए हैं: सलूजा 

शिवराज सिंह चौहान के बयान के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बयान जारी कर कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर दिए अपने संबोधन में कभी भी नालायक शब्द का उपयोग नहीं किया लेकिन पता नहीं क्यों शिवराज बार-बार कमलनाथ के हवाले से खुद को नालायक बताने पर तुले हुए हैं? सलूजा ने बताया कि पूर्व में भी कमलनाथ ने भोपाल में एक पत्रकार वार्ता में कहा था कि कुछ मित्र लायक होते हैं, कुछ नालायक। उसमें भी उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम नहीं लिया था लेकिन शिवराज कई दिनों तक बार-बार यह दोहराते रहे कि मुझे कमलनाथ ने नालायक बताया। सलूजा ने कहा है कि ग्वालियर में पत्रकार वार्ता में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि हमने  26 लाख किसानों का कर्ज माफ किया। 53 लाख किसानों के  कर्ज माफी के आवेदन आए थे, उसको लेकर पूरी प्रक्रिया का पालन करना पड़ा क्योंकि कई किसानों के चार-चार खाते थे। हमने फसल ऋण माफी की घोषणा की थी लेकिन कईयों ने मकान-ट्रैक्टर व अन्य लोन ले रखे थे, जिसके कारण वह पात्र नहीं थे। अब यदि कोई 26 लाख किसानों की हमारी कर्ज माफी पर सवाल उठाए या कहे कि 53 लाख किसानों के ऋण माफी के आवेदन की प्रक्रिया को 10 दिन में पूरा करो तो वह नालायक वाली ही बात होगी, मतलब वह अक़्लमंदी वाली बात नहीं होगी। लेकिन पता नहीं क्यों उनके बयान को तोड़ मोड़ कर शिवराज द्वारा गलत संदर्भ में उपयोग किया जा रहा है?

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फसल बीमा योजना को लेकर भी शिवराज झूठ बोल रहे हैं शिवराज 

कांग्रेस नेता सलूजा ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर भी शिवराज झूठ बोल रहे हैं। वह कह रहे है कि हमने फसल बीमा की राशि जमा की तो वह सच्चाई जान लें कि कमलनाथ सरकार ने अपने अंश की 509 करोड रुपए की राशि तत्काल जमा करवा दी थी।शिवराज सरकार ने जो 2200 करोड़ की राशि जमा की है, वह उनकी सरकार की ही बकाया राशि थी और प्रदेश के किसानों को जो प्रधानमंत्री फसल योजना का आज लाभ मिल रहा है, वह भी कमलनाथ सरकार द्वारा अपने अंश की जमा करायी गयी राशि के कारण ही मिल रहा है। यह ज़रूर सच है कि शिवराज सरकार की पुनर्वापसी के बाद प्रदेश में किसानों की आत्महत्याओं का दौर शुरू हो चुका है। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से किसानों की आत्महत्या की खबरे रोज़ सामने आ रही है।