आस्था के नाम पर अंधविश्वास: उज्जैन में खुशहाली के लिए इंसानों के ऊपर दौड़ाई गईं गौ माता
उज्जैन जिले के बड़नगर तहसील के ग्राम भिडावद में गोवर्धन पूजा के मौके पर होती है अनूठी परपंरा का निर्वहन, जमीन पर लेटे लोगों के ऊपर से दौड़कर निकलती हैं सैंकड़ों गायें।

उज्जैन। 21वीं सदी का भारत भले ही विज्ञान के क्षेत्र में झंडे गाड़ रहा हो, लेकिन देश में आस्था के नाम पर अंधविश्वास अब भी जारी है। गोवर्धन पूजा के मौके पर उज्जैन से ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां इंसानों के ऊपर गौ माता दौड़ाई गईं।
मामला उज्जैन जिले के बड़नगर तहसील के ग्राम भिडावद का है। यहां गोवर्धन पूजा के मौके पर लोग अनूठी परपंरा का निर्वहन करते हैं। पूजा से पहले ग्रामीण अपनी गायों को सजाकर लाते हैं और पूजन के बाद जमीन पर लेट जाते हैं। इसके बाद सैकड़ों गायें, एक-एक कर उनके ऊपर से गुजरती हैं। मान्यता है कि इस परंपरा के निर्वहन से गांव में खुशहाली बनी रहती है।
ऐसा अंधविश्वास और कहाँ ? उज्जैन के भिड़ावद गाँव में ऐसे की गई गोवर्धन पूजा. भागती गायों के रास्तों में लेट गये मन्नत मानने वाले लोग, @ABPNews @vivekbajpai84 @vikramsinghjat7 @indrajeet_Live #Ujjain #Goverdhanpooja pic.twitter.com/bg77Cc5ax2
— Brajesh Rajput (@brajeshabpnews) October 26, 2022
परंपरा के पीछे लोगों का मानना है कि गाय में 33 कोटि के देवी-देवताओं का वास है। गाय के पैरों के नीचे आने से भगवान का आशीर्वाद मिलता है। इसी अंधविश्वास के कारण मौत का यह खेल सालों से चला आ रहा है। गनीमत है कि इस बार कोई जनहानि नहीं हुई। इसका दिल दहलाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
ग्रामीणों का दावा है कि आजतक कभी भी इसमें जनहानि नहीं हुई। क्योंकि जो लोग लेटते हैं उन पर भगवान का आशीर्वाद बना रहता है। गाय के पैरों के नीचे आने से सालभर घर में खुशहाली रहती है। इस परंपरा में श्रद्धालु 5 दिन का उपवास रखकर मंदिर में भजन-कीर्तन करते हैं और आखरी दिन जमीन पर लेटते हैं और उनके ऊपर से एक साथ सैकड़ो गाये दौड़ती हैं।