आस्था के नाम पर अंधविश्वास: उज्जैन में खुशहाली के लिए इंसानों के ऊपर दौड़ाई गईं गौ माता

उज्जैन जिले के बड़नगर तहसील के ग्राम भिडावद में गोवर्धन पूजा के मौके पर होती है अनूठी परपंरा का निर्वहन, जमीन पर लेटे लोगों के ऊपर से दौड़कर निकलती हैं सैंकड़ों गायें।

Updated: Oct 27, 2022, 04:27 AM IST

उज्जैन। 21वीं सदी का भारत भले ही विज्ञान के क्षेत्र में झंडे गाड़ रहा हो, लेकिन देश में आस्था के नाम पर अंधविश्वास अब भी जारी है। गोवर्धन पूजा के मौके पर उज्जैन से ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां इंसानों के ऊपर गौ माता दौड़ाई गईं। 

मामला उज्जैन जिले के बड़नगर तहसील के ग्राम भिडावद का है। यहां गोवर्धन पूजा के मौके पर लोग अनूठी परपंरा का निर्वहन करते हैं। पूजा से पहले ग्रामीण अपनी गायों को सजाकर लाते हैं और पूजन के बाद जमीन पर लेट जाते हैं। इसके बाद सैकड़ों गायें, एक-एक कर उनके ऊपर से गुजरती हैं। मान्यता है कि इस परंपरा के निर्वहन से गांव में खुशहाली बनी रहती है।

परंपरा के पीछे लोगों का मानना है कि गाय में 33 कोटि के देवी-देवताओं का वास है। गाय के पैरों के नीचे आने से भगवान का आशीर्वाद मिलता है। इसी अंधविश्वास के कारण मौत का यह खेल सालों से चला आ रहा है। गनीमत है कि इस बार कोई जनहानि नहीं हुई। इसका दिल दहलाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

ग्रामीणों का दावा है कि आजतक कभी भी इसमें जनहानि नहीं हुई। क्योंकि जो लोग लेटते हैं उन पर भगवान का आशीर्वाद बना रहता है। गाय के पैरों के नीचे आने से सालभर घर में खुशहाली रहती है। इस परंपरा में श्रद्धालु 5 दिन का उपवास रखकर मंदिर में भजन-कीर्तन करते हैं और आखरी दिन जमीन पर लेटते हैं और उनके ऊपर से एक साथ सैकड़ो गाये दौड़ती हैं।