छिंदवाड़ा में सूदखोरों से परेशान होकर किसान ने की आत्महत्या, ग्रामीणों ने शव को थाने के बाहर रखकर किया प्रदर्शन

सूदखोरी के चलते छिंदवाड़ा के एक किसान ने आत्महत्या कर ली। मजबूरी में लिया गया कर्ज किसान की मौत की वजह बन गया।

Publish: Sep 18, 2023, 10:12 AM IST

छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से एक दुःखद घटना सामने आई है। यहां सौसर तहसील के नीमनी गांव के रहने वाले एक किसान ने सूदखोरों से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। किसान की आत्महत्या पर ग्रामीणों और मृतक के परिजनों में सूदखोरों के विरुद्ध आक्रोश है। उन्होंने शव को थाने के बाहर रखकर सूदखोरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार नीमनी के रहने वाले किसान आनंदराव ठाकरे आज सुबह वह खेत पर गया था। दोपहर तक घर नहीं लौटा तो परिजन खेत पर देखने पहुंचे। खेत पर बने कोठे में किसान का शव फंदे पर लटका मिला। शव देखकर परिजनों में चीख पुकार मच गई इसके बाद आस पास के लोग वहां पहुंचे। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला। 

सुसाइड नोट में किसान ने सूदखोरों के नाम के साथ बताया कि उसने 7 परसेंट पर ब्याज पर पैसे लिए थे। जिसके बदले उसने सूदखोरों के पास चेक जमा किया था। सूदखोरों ने उसके प्लॉट को बिकवा दिया और सारे पैसे रख लिए उसके बाद भी वे उसे परेशान करते रहे। इसी के चलते वह सुसाइड कर रहा है। 

सूदखोरी की बात सामने आने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश दिखा वे शव लेकर सौसर थाने के बाहर जमा हुए और कर्रवाई की मांग करने लगे। इस बीच थाना प्रभारी और पुलिस अधिकारी ग्रामीणों को समझाते रहे और कार्रवाई का आश्वासन दिया। मौके पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ भी पहुंचे। उन्होंने घटना पर दुःख जताते हुए कहा कि भाजपा सरकार में सूदखोरों के हौसले बुलंद हैं। पीड़ित किसान को न्याय मिलना चाहिए और दोषियों पर उचित कर्रवाई होनी चाहिए।

वहीं पुलिस ने सुसाइड नोट में लिखे नाम के आधार पर 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया और 4 को राउंडअप भी किया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।