उज्जैन: ट्रॉलिंग का शिकार क्रॉस ड्रेसर किशोर का खौफनाक कदम, दुपट्टे से फांसी लगाकर की आत्महत्या

मृतक किशोर को मेकअप करने का शौक था। वह विभिन्न ड्रेस में मेकअप कर सोशल मीडिया पर पोस्ट करता था। कई लोग उसके पोस्ट पर भद्दे-भद्दे कमेंट करते थे।

Updated: Nov 24, 2023, 04:19 PM IST

उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में दसवीं के एक क्रॉस ड्रेसर छात्र ने आत्महत्या कर ली। वो 16 साल का था। छात्र को अपना मेकअप करने का शौक था। वो विभिन्न परिधानों में अपना मेकअप करके सोशल मीडिया पर फोटो पोस्ट करता था। कई लोग उसके पोस्ट पर भद्दे-भद्दे कमेंट करते थे। लगातार हो रही ट्रॉलिंग से तंग आकर किशोर ने बुधवार को आत्महत्या कर ली।

बुधवार को देवास रोड स्थित डिवाइन सिटी कॉलोनी में 16 वर्षीय प्रियांशु का का शव उसके घर में फंदे पर लटका मिला था। वह उज्जैन पब्लिक स्कूल में 10वीं का छात्र था। घटना के वक्त वह घर में अकेला था।
उसने अपनी मां के दुपट्टे से फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया।

नागझिरी थाना प्रभारी केएस गेहलोत ने बताया कि फिलहाल घटना का स्पष्ट कारण नहीं पता चल पाया है। छात्र के मोबाइल की जांच की जा रही है। सोशल मीडिया पर छात्र के मेकअप करते, उंगलियों पर नेल पॉलिश लगाते, लड़कियों की तरह ज्वैलरी और कपड़े पहनते कई वीडियो और फोटो पोस्ट मिले हैं। छात्र को क्रॉस ड्रेसिंग का शौक था। उसने हाथ में टैटू भी बनवाए थे।

पुलिस के मुताबिक ये पता चला है कि छात्र मेकअप का कोर्स भी कर रहा था। वह अच्छा मेकअप आर्टिस्ट भी था। प्रियांशु ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा था- मेकअप एंथिसिस्ट, ब्यूटी, इन्फ्लूऐंसर, स्किन केयर, फैशन। इसी कारण वह मेकअप करते हुए फोटो-वीडियो अपलोड करता रहता था। जिस पर कई लोगों ने भद्दे कमेंट्स भी किए थे। हालांकि सुसाइड के कारणों की पुष्टि नहीं हो पाई है।

प्रियांशु की मां प्रीति यादव और पिता राजेंद्र का करीब तीन साल पहले तलाक हो चुका है। राजेंद्र सांवेर ‎की होटल में मैनेजर हैं, जबकि प्रीति यादव पेशे से एमआर (मेडिकल रिप्रजेंटेटिव) हैं। घटना के वक्त वह ड्यूटी पर गई थीं। पुलिस ने बताया कि मौके से छात्र का मोबाइल जब्त किया है। इसमें सोशल अकाउंट, चैटिंग समेत जिनसे भी बातचीत हुई होगी, उसकी जांच की जा रही है।

कुछ लोग मृतक किशोर को ट्रांसजेंडर भी बता रहे हैं। उनका कहना है कि गैर-ट्रांसजेंडर साथियों के नफरत और उसके साथ होने वाले भेदभाव से परेशान होकर उसके आत्महत्या जैसा खौफनाक कदम उठाया। एक्सपर्ट्स के मुताबिक ट्रांसजेंडर युवाओं को अपने गैर-ट्रांसजेंडर साथियों की तुलना में अवसाद, चिंता, आत्मघाती विचार और प्रयास और आत्म-नुकसान सहित मानसिक बीमारियों का खतरा अधिक होता है।