उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में उज्जैन महापौर का 'आराम की मुद्रा' वाला फोटो सामने आने के बाद सियासत गर्मा गई है। कांग्रेस के कई नेताओं ने तस्वीर ट्वीट कर सवाल खड़े हुए हैं। वहीं विवाद बढ़ता देख मेयर मुकेश टटवाल ने माफी भी मांग ली है।



दरअसल, भाजपा नेता मुकेश टटवाल शुक्रवार को महाकाल मंदिर में सिद्धिविनायक मंदिर द्वारा आयोजित 51 हज़ार मोदक के भोग कार्यक्रम में गए थे। इस दौरान वह महाकाल गर्भगृह में दर्शन करने भी गए। वहां उन्होंने दर्शन के बाद एक फोटो खिंचवाया। यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। फोटो में वे महापौर गर्भ गृह के अंदर शिवलिंग के पास अभद्र तरीके से बैठे थे।



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वायरल तस्वीर में देखा जा सकता है कि वे अपने पांव पसार कर बैठे हुए हैं। इतना ही नहीं उन्होंने जलाधारी पर हाथ रखा हुआ है। महाकाल के गर्भ गृह में बैठने की इस मुद्रा पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है। कांग्रेस नेता अरुण यादव ने ट्वीट किया, 'तुम्हारी हैसियत नहीं कि राजाओं के राजा महाकाल के दरबार में इस तरह से बैठो, फरेब से पाई उज्जैन महापौर की कुर्सी का इतना अभिमान। बाबा का रौद्र रूप तुम्हारे इस अहंकार को मिट्टी में मिला देगा महापौर जी।' 





कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने भी महापौर को घेरा। उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'फर्जी तरीके से चुनाव जीते, अब आस्था के प्रति भी फर्जीवाड़ा और अशोभनीय व्यवहार उजागर। यह एक धर्म के ठेकेदारों का वास्तविक चरित्र है। बाबा महाकालेश्वर के समक्ष आदर की बजाए आराम की मुद्रा में उज्जैन महापौर मुकेश टटवाल। हिंदुत्व के फर्जी ठेकेदारों, बताइए राजाधिराज हैं।'