पत्नी ने पति के मर्डर का बनाया फुल-प्रूफ प्लान, किसी तरह बच निकला पति

किसी और से प्यार करती थी पत्नी, घरवालों के दबाव में शादी तो की, लेकिन दो महीने बाद ही प्रेमी के साथ मिलकर लगाए सुपारी किलर, कॉल रिकॉर्ड्स से खुली साज़िश की पोल

Updated: Feb 11, 2021, 08:28 AM IST

Photo Courtesy: Bhaskar
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जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में रिश्तों को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया है, जिस पर अपने पति की हत्या के लिए फुल प्रूफ साज़िश रचने का आरोप है। महज आठवीं पास महिला के शातिर दिमाग को देखकर पुलिस भी हैरान है। पति की किस्मत अच्छी थी, इसलिए वो बच गया, वरना महिला ने तो उसे मारने का षड्यंत्र रचने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। 

जबलपुर के त्रिमूर्ति नगर में 24 वर्षीय लोकेश दुबे अपने परिवार के साथ रहते हैं। लोकेश का ननिहाल जबलपुर शहर से 8.5 किलोमीटर दूर अमखेरा गांव में है। लोकेश की मां का अपने मायके आना-जाना लगा रहता था और यहीं उन्होंने पड़ोस में रहने वाली 24 साल की पूजा को अपने बेटे लोकेश के लिए पसंद कर लिया। लोकेश की मां ने रिश्ता भिजवाया और 8 दिसंबर 2020 को पूजा और लोकेश की शादी हो गई।

पूजा अपने पड़ोसी पंकज से प्यार करती थी लेकिन घरवालों के दबाव में उसने लोकेश से शादी कर ली। पंकज रिश्ते में पूजा का ममेरा भाई लगता था। पूजा ने पुलिस को बताया कि उसने लोकेश दुबे से शादी तो कर ली, लेकिन शादी के एक महीने बाद ही वह उससे परेशान हो गई। आखिरकार पूजा ने अपने प्रेमी पंकज के साथ मिलकर लोकेश की हत्या का प्लान बनाया। लोकेश की हत्या के बाद मामला शांत होते ही पंकज और पूजा ने शादी करने की योजना भी बनाई थी।

लोकेश की हत्या के लिए पंकज ने तीन सुपारी किलर की व्यवस्था की थी। तीनों अमखेरा के ही रहने वाले थे, जिन्हें पंकज ने तीनों को 18-18 हजार रुपए दिए थे। हालांकि इनमें से एक आरोपी ने बाद में पंकज को ब्लैकमेल कर 12 हजार रुपए और ले लिए थे। तय प्लान के अनुसार पूजा वारदात के पहले अपने मायके अमखेरा पहुंच गई और बाद में पति लोकेश से कहा कि ठंड ज्यादा है और वह अपना शॉल भूल आई है।

लोकेश 16 जनवरी को पूजा की शॉल लेकर ससुराल पहुंचा। वापसी के दौरान पंकज ने अपने 3 साथियों के साथ मिलकर लोकेश पर हमला कर दिया। आरोपियों ने लोकेश के पेट, हाथ और जांघ पर चाकू से हमला किया, लेकिन किस्मत से लोकेश बच गया। किसी को शक न हो इसलिए घटना के बाद पूजा ससुराल आई और नॉर्मल होकर रहने लगी। हालांकि, पुलिस का शक पूजा पर ही था।

पुलिस ने लोकेश और पूजा दोनों के मोबाइल का 6 महीने का कॉल डीटेल रिकॉर्ड निकलवाया। पुलिस का संदेह तब और गहरा हो गया जब उन्हें पता चला कि लोकेश पर हमले के अगले दिन ही पूजा ने अपना सिम कार्ड चेंज कर लिया था। पूजा के पुराने सिम का रिकॉर्ड निकालने पर उसके और पंकज के बीच बातचीत के सबूत मिले। हमला होने तक उसकी पंकज से बात होती रही, लेकिन हमले के बाद पूजा ने पंकज से बातचीत बंद कर दी थी। पुलिस ने जब पंकज का कॉल डिटेल निकाला तो पूरा राज सामने आ गया। पूजा और पंकज के साथ जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने अपना अपराध कबूल कर लिया।