अडानी की वजह से देश में महंगी हुई बिजली, 32 हजार करोड़ का किया घोटाला: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि अडानी जी इंडोनेशिया से कोयला खरीदते हैं और जब तक वह कोयला हिंदुस्तान पहुंचता है उसका रेट बदल जाता है। डबल हो जाता है। ऐसा करके करीब 12 हजार करोड़ रुपये अडानी जी ने हिंदुस्तान की जनता की जेब से निकाल लिया।
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को दिल्ली स्थित AICC मुख्यालय में प्रेस से बात की। इस दौरान राहुल गांधी ने 'अडानी और रहस्यमय कोयले की कीमत में वृद्धि' पर एक मीडिया रिपोर्ट दिखाई। राहुल गांधी ने कहा कि लंबी कहानी है। पहले हमने 20 हजार करोड़ रुपये की बात की थी और सवाल पूछा था कि यह पैसा किसका है और कहां से आया। अब पता लगा है कि 20 हजार करोड़ रुपये का फिगर गलत था। उसमें 12 हजार करोड़ रुपये और जुड़ गए हैं। अब टोटल फिगर 32 हजार करोड़ रुपये का हो गया है।
राहुल गांधी ने कहा कि, 'अडानी जी इंडोनेशिया से कोयला खरीदते हैं और जब तक वह कोयला हिंदुस्तान पहुंचता है, उसका रेट बदल जाता है। डबल हो जाता है। ऐसे करीब 12 हजार करोड़ रुपये अडानी जी ने हिंदुस्तान की जनता की जेब से निकाला है। कैसे कोयले की कीमत को गलत दिखाकर ओवर इनव्यास करके यहां पर बिजली के दाम को बढ़ाकर ऐसा किया गया।' राहुल ने आगे कहा, 'अडाणी में ऐसा क्या है जो सरकार उनकी जांच नहीं कराती है। उन्हें जो चाहिए होता है, वो मिल जाता है। उनके पीछे किसकी शक्ति है।'
राहुल गांधी ने आगे कहा, 'कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी ने बिजली की सब्सिडी दी है, मध्य प्रदेश में हम देने जा रहे हैं। देश की जनता को यह समझना है कि यह जो आपका बिजली का बिल बढ़ता जा रहा है इसमें से 12 हजार करोड़ रुपये सीधा अडानी जी की जेब में गया है। यह मैं नहीं कह रहा हूं, दुनिया का एक बड़ा अखबार कह रहा है। दिलचस्प बात यह है कि यह स्टोरी आती है, लेकिन हिंदुस्तान की मीडिया एक सवाल नहीं पूछती है। बिजली का मामला है, गरीबों का मामला है, सीधी चोरी का मामला है, लेकिन देश की मीडिया एक भी सवाल नहीं पूछ रही है।'
राहुल ने जांच एजेंसी SEBI पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सेबी ने सरकार को कहा- हमें डॉक्यूमेंट्स नहीं मिल रहे हैं। अजीब बात है फाइनेंशियल टाइम्स के पास प्रूफ है। जांच एजेंसी के पास नहीं। साफ पता चलता है बड़े पद पर बैठे लोगों से कहीं न कहीं संरक्षण मिला है। राहुल ने आगे कहा, 'भारत के प्रधानमंत्री की सहमति के बिना ऐसा नहीं हो सकता। इन सज्जन (अडाणी) के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? प्रधानमंत्री इस पर टिप्पणी क्यों नहीं करते?'