लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र भारतीय जनता पार्टी ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी जैसे नेताओं के शामिल हैं। लेकिन इस सूची में बीजेपी ने योगी सरकार को आईना दिखाते रहने वाले अपने सांसद वरुण गांधी को जगह नहीं दी है। 



टेनी का नाम भी नदारद 



बीजेपी ने स्टार प्रचारकों की यह लिस्ट उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के पहले चरण के मतदान के लिये जारी की है। इस सूची में कुल तीस नेताओं को शामिल किया गया है। जो कि पहले चरण में बीजेपी के लिये प्रचार करेंगे। लेकिन बीजेपी की इस सूची के जारी होने के बाद सबसे ज़्यादा चर्चा पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी को लेकर हो रही है। वहीं लखीमपुर खीरी नरसंहार मामले के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा के पिता केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का नाम भी स्टार प्रचारकों की सूची से नदारद है। विपक्षी दल लगातार अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं।



 





वरुण गांधी को स्टार प्रचारक न बनाने के पीछे बड़ी वजह हालिया वक्त में वरुण गांधी और बीजेपी के बीच बढ़ी खटास को माना जा रहा है। वरुण गांधी ने बीते कुछ महीनों में अचानक ही अपना स्टैंड बदल लिया है। किसानों के आंदोलन के दौरान वरुण गांधी किसानों के साथ नज़र आये थे। वहीं वे लगातार अपनी ही पार्टी की सरकारों के खिलाफ मोर्चा खोलने से भी नहीं हिचकिचाये। हालांकि बीजेपी ने वरुण गांधी के इस रुख की सज़ा उन्हें और उनकी माँ मेनका गांधी को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर का रास्ता दिखाकर दी।



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लेकिन बीजेपी के इस एक्शन के बाद भी वरुण गांधी ने अपने तेवर नहीं बदले। वे उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और उसकी नीतियों के खिलाफ और मुखर हो गये। वरुण गांधी ने परीक्षाओं में हो रही लेट लतीफी, बेरोज़गारी, पेपर लीक जैसी समस्याओं को उठाना शुरु कर दिया। जिस वजह से बीजेपी ने वरुण गांधी को अपना स्टार प्रचारक बनाने का ज़ोखिम नहीं उठाया।