चंपई सोरेन ने MLAs को एक साथ खड़ा कर कराई गिनती, बावजूद राज्यपाल से नहीं मिला शपथग्रह का समय

राज्य में सियासी संकट के बीच महागठबंधन के विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट किया जा रहा है ताकि भाजपा खरीद-फरोख्त करने में कामयाब न हो सके।

Updated: Feb 02, 2024, 09:53 AM IST

रांची। झारखंड में सियासी घटनाक्रम तेजी से बदलते जा रहे हैं। हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपई सोरेन को महागठबंधन का नेता चुना गया है। महागठबंधन के विधायकों को लेकर चंपई सोरेन बुधवार को भी राज्यपाल के पास गए थे। लेकिन राज्यपाल ने शपथग्रहण का समय नहीं दिया। इसके बाद गुरुवार को भी चंपई सोरेन ने शक्ति प्रदर्शन किया।

चंपई सोरेन गुरुवार को राज्यपाल से मिलने पहुंचे और विधायकों फिर से उन्हें विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा। उन्होंने राज्यपाल से सरकार गठन की प्रक्रिया जल्द शुरू करने की मांग की। जिसके बाद राज्यपाल ने चंपाई सोरेन को सरकार बनाने का न्योता दिया. हालांकि, चंपाई सीएम के शपथ ग्रहण की तारीख का ऐलान अभी नहीं किया गया। 

राज्यपाल से मुलाकात के बाद महागठबंधन विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने कहा कि हमने बुधवार को नई सरकार बनाने का दावा पेश किया था। हमने राज्यपाल से कहा कि हम इस विषय पर क्लियर हैं। हमने उनसे इसे जल्दी करने का अनुरोध किया है। 

राज्यपाल से मुलाकात से पहले चंपाई सोरेन ने राजभवन में विधायकों की गिनती भी कराई। सोशल मीडिया पर इसका एक वीडियो में शेयर किया जा रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि चंपाई सोरेन से गिनती की शुरुआत होती है। जैसे ही कैमरा घूमता है, विधायक अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए हाथ उठाते हैं। बताया जा रहा है कि इस वीडियो को कथित तौर पर बहुमत के सबूत के तौर पर राज्यपाल को भी दिखाया गया।

बहरहाल, रांची सर्किट हाउस से कड़ी सुरक्षा में 43 विधायकों को बस से एयरपोर्ट लाया गया। इनमें से 38 विधायक दो चार्टर्ड प्लेन से तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के लिए जाएंगे। बताया जा रहा है कि चंपई सोरेन सहित 5 MLA रांची में ही रहेंगे, जो हालात पर नजर रखेंगे और राज्यपाल के बुलावे का इंतजार करेंगे। दरअसल, महागठबंधन को आशंका है कि भाजपा खरीद फरोख्त कर सरकार गिराने की कोशिश कर सकती है। इसीलिए बाड़ेबंदी की जा रही है।