PM मोदी के बयान पर चुनाव आयोग ने भाजपा से मांगा जवाब, कांग्रेस को भी भेजा नोटिस

ECI ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आचार संहिता के उल्लंघनों का संज्ञान लिया है। कांग्रेस ने पीएम मोदी पर धर्म, जाति, समुदाय या भाषा के आधार पर नफरत और विभाजन पैदा करने का आरोप लगाया था।

Updated: Apr 25, 2024, 07:53 PM IST

नई दिल्ली। हेट स्पीच मामले में तमाम शिकायतों के बाद चुनाव आयोग ने आखिरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर संज्ञान लेते हुए भाजपा को नोटिस भेजा है। आयोग ने राहुल गांधी के बयान को लेकर भी कांग्रेस को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। यह नोटिस आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों पर लोक प्रतिनिधित्व कानून 1951 के सेक्शन 77 के तहत इश्यू किया गया है।

निर्वाचन आयोग ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से 29 अप्रैल सुबह 11 बजे तक जवाब मांगा है। दरअसल, बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों ने एक दूसरे पर धर्म, जाति, समुदाय और भाषा के आधार पर नफरत और विभाजन पैदा करने के आरोप लगाए हैं।

पीएम मोदी के बयान को लेकर देशभर में लोग चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग कर रहे थे। कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों और सामाजिक संगठनों ने आयोग को पत्र लिखकर प्रधानमंत्री के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की थी। चौतरफा अपील के बाद अब आयोग को नोटिस भेजना पड़ा है।

आयोग का कहना है कि राजनीतिक दलों को अपने उम्मीदवारों विशेष रूप से स्टार प्रचारकों के व्यवहार की पूरी जिम्मेदारी लेनी होगी। चुनाव आयोग की ओर से कांग्रेस को भेजे गए नोटिस पर जयराम रमेश ने कहा कि हमने आयोग में शिकायत की थी। जिस तरह से बीजेपी धर्म का इस्तेमाल कर रही है, या यूं कहें कि दुरुपयोग कर रही है। वह काफी चिंताजनक है। हम इस नोटिस का जवाब देंगे।