बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने राम को बताया काल्पनिक, रामायण के नाम पर सियासी महाभारत शुरू

जीतन राम मांझी ने राम के किरदार को काल्पनिक बताया, हालांकि उन्होंने कहा कि रामायण में बहुत ऐसी चीज़ें हैं, जिसका अनुसरण किया जा सकता है

Publish: Sep 22, 2021, 05:23 AM IST

पटना। बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी द्वारा भगवान राम को लेकर दिए एक बयान ने सियासी महाभारत छेड़ दी है। जीतन राम मांझी ने राम के किरदार को काल्पनिक बता दिया है। जिसके बाद बिहार के सियासी गलियारों में हलचल तेज़ है। महागठबंधन ने मांझी के बयान पर बीजेपी से अपना रुख स्पष्ट करने के लिए कहा है। 

मंगलवार को जीतन राम मांझी ने कहा कि वे ऐसा नहीं मानते हैं कि राम कोई जीवित व्यक्ति थे या महापुरुष। हालांकि उन्होंने कहा कि रामायण में बहुत सारी ऐसी बाते हैं, जिनका अनुसरण कर व्यक्ति अपना निर्माण कर सकता है। जीतन राम मांझी ने यह बातें पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहीं। 

पत्रकारों ने मांझी से यह सवाल किया था कि मध्य प्रदेश की तर्ज पर बिहार में भी रामायण को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए या नहीं। इस सवाल के जवाब में मांझी ने कहा कि वे खुद राम को जीवित किरदार या महापुरुष नहीं मानते। लेकिन रामायण में उल्लेखित बातों का अनुसरण कर कोई व्यक्ति अपना निर्माण कर सकता है। मांझी ने बिहार के पाठ्यक्रम में रामायण को जोड़ जाने से सहमति जताई। 

लेकिन मांझी के बयान के उस हिस्से से बवाल मचा पड़ा है जिसमें उन्होंने राम के अस्तित्व पर सवाल खड़ा किया है। महागठबंधन में शामिल आरजेडी और कांग्रेस ने मांझी के बयान के जरिए बीजेपी पर निशाना साधा है। आरजेडी ने कहा है कि बीजेपी को अपने गठबंधन का हिस्सा जीतन राम मांझी के बयान पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए कि आखिर वो मांझी के बयान को लेकर क्या सोचती है। वहीं बिहार कांग्रेस ने कहा है कि राम के नाम पर किसी प्रकार की राजनीति नहीं होना चाहिए।