मल्लिकार्जुन खड़गे ने संभाला कांग्रेस अध्यक्ष पद, बोले- ये मेरे लिये एक बहुत ही भावुक क्षण है

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नव-निर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को CEA के चेयरमैन मधुसूदन मिस्त्री जी प्रमाण पत्र प्रदान किया। इस दौरान सोनिया गांधी ने कहा कि आज मैं इस दायित्व से मुक्त हो जाऊंगी, इसलिए मुझे स्वाभाविक रूप से राहत का अहसास हो रहा है।

Updated: Oct 26, 2022, 03:13 PM IST

नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नव-निर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज पदभार ग्रहण किया। AICC मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान खड़गे को CEA के चेयरमैन मधुसूदन मिस्त्री जी प्रमाण पत्र प्रदान किया। इस दौरान खड़गे भावुक दिखे। उन्होंने कहा कि ये मेरे लिये एक बहुत ही भावुक क्षण है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निवर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि आज मैं इस दायित्व से मुक्त हो जाऊंगी, इसलिए मुझे स्वाभाविक रूप से राहत का अहसास हो रहा है।

बतौर कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने अपने पहले संबोधन में कहा कि, 'आज एक मिल मज़दूर के बेटे को, एक सामान्य कार्यकर्ता को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष चुन कर ये सम्मान देने के लिये आप सबका हार्दिक आभार और धन्यवाद। जो यात्रा मैंने 1969 में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में शुरू की थी, उसे आपने आज इस मुक़ाम पर पहुँचाया है। जिस महान राजनीतिक दल का नेतृत्व  महात्मा गाँधी,  पंडित जवाहर लाल नेहरू,  सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल, मौलाना आज़ाद, बाबू जगजीवन राम,, इंदिरा गाँधी और राजीव गाँधी ने किया हो, उस ज़िम्मेवारी को संभलना मेरे लिए सौभाग्य और गौरव की बात है।'

खड़गे ने आगे कहा कि, 'कांग्रेस के सभी पुराने अध्यक्षों को याद करते हुए मैं आप सबको भरोसा दिलाता हूँ कि अपनी मेहनत से और अपने अनुभव से जो कुछ भी संभव होगा, मैं करूँगा। लेकिन आप सब को भी मेरे साथ पूरी ताक़त लगानी होगी। मुझे याद आता है 15 जनवरी, 1998 का दिन, जब बैंगलुरु के नेशनल हाई स्कूल मैदान में सोनिया जी ने अपनी पहली जनसभा में कहा था कि मैं कर्नाटक से राजनीतिक दीक्षा ले रही हूँ। तबसे आपने रात दिन निःस्वार्थ मेहनत कर, कांग्रेस को सम्भाला है। सोनिया जी हमेशा सच्चाई की राह पर चलती रहीं। सिर्फ़ सत्ता के लिये राजनीति करने वालों के इस दौर में त्याग की जो मिसाल उन्होंने क़ायम की है, उसका कोई दूसरा उदाहरण मिलना मुश्किल है।' 

कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि, 'सोनिया जी के नेतृत्व में ही दो बार UPA की सरकार बनी। तब आम लोगों के हित में एक से एक शानदार काम हुए। MNREGA, Food Security Act, RTI, RTE, Forest Rights Act, Land Acquisition जैसे कितने ही क़ानून बने, जो सोनिया जी और डॉ मनमोहन सिंह जी के नेतृत्व वाली सरकार की बहुत बड़ी उपलब्धि है। उदयपुर के नवसंकल्प चिंतन शिविर में पार्टी को आगे ले जाने का जो ब्लूप्रिंट सोनिया जी के नेतृत्व में तैयार हुआ है, उसे लागू करने की ज़िम्मेदारी अब हम सबकी है।'

यह भी पढ़ें: खरगोन में बम की तरह फटा टैंकर, दो लोगों की मौत, 20 से अधिक लोग बुरी तरह झुलसे

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि, 'मुझे पूरा विश्वास है कि खरगे जी से पूरी पार्टी को प्रेरणा मिलेगी, एक संदेश मिलेगा और इनके नेतृत्व में कांग्रेस मजबूत होगी। मैं बहुत प्रसन्न हूं, सबसे अधिक संतोष इस बात का है कि आपने अपने-अपने विवेक से जिन्हें अध्यक्ष चुना है, वह एक अनुभवी नेता हैं, धरती से जुड़े हुए नेता हैं, एक साधारण कार्यकर्ता से अपनी मेहनत व समर्पण से इस ऊंचाई तक पहुंचे हैं।
आपने इतने वर्षों तक जो प्यार, सम्मान दिया है, यह मेरे लिए गौरव की बात है। मुझे इसका अहसास जीवन की आखिरी सांस तक रहेगा।'

सोनिया गांधी ने आगे कहा कि, 'आज मैं इस दायित्व से मुक्त हो जाऊंगी, इसलिए मुझे स्वाभाविक रूप से राहत का अहसास हो रहा है। मैं आप सबको दिल से धन्यवाद देती हूं कि आप सबने मुझे इतना सहयोग व समर्थन दिया। अब यह जिम्मेदारी खरगे जी के पास है, परिवर्तन संसार का नियम है। मैं आप सबको दिल से धन्यवाद देती हूं कि आप सबने मुझे इतना सहयोग व समर्थन दिया। अब यह जिम्मेदारी खरगे जी के पास है, परिवर्तन संसार का नियम है, परिवर्तन जीवन के हर क्षेत्र में होता रहा है और आगे भी होता रहेगा। कांग्रेस के सामने पहले भी बड़े-बड़े संकट आए हैं, लेकिन पार्टी ने कभी हार नहीं मानी। हमें अब भी पूरे संकल्प के साथ, पूरी मजबूती के साथ, पूरी एकता के साथ आगे बढ़ना है।'