नरेंद्र मोदी का भाषण भड़काऊ, तत्काल कार्रवाई करें, कांग्रेस ने चुनाव आयोग से की शिकायत

पीएम मोदी के चुनाव सभी में मंगलसूत्र वाले बयान को लेकर कांग्रेस ने पीएम मोदी पर जनता को गुमराह करने औऱ झूठ बोलने का आरोप लगाया है। पार्टी ने इस मामले में निर्वाचन आयोग से पीएम के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।

Updated: Apr 22, 2024, 09:59 PM IST

नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों को लेकर बयानबाजी का दौर जारी है। पीएम मोदी द्वारा राजस्थान में दिए गए हेट स्पीच को लेकर विपक्ष हमलावर है। कांग्रेस ने सोमवार को निर्वाचन आयोग से मांग किया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ठोस कार्रवाई करे।

कांग्रेस का कहना है कि पीएम मोदी ने 'विभाजनकारी एवं दुर्भावनापूर्ण' बयान देकर आचार संहिता का स्पष्ट रूप से उल्लंघन किया है। पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग पहुंचकर प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणी और कुछ अन्य विषयों पर शिकायतें कीं। इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी और गुरदीप सप्पल शामिल थे। 

सिंघवी ने सोमवार को संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि हमने कुल 17 शिकायतें की हैं। ये सभी शिकायतें गंभीर हैं और देश के संविधान के मूल सिद्धांतों पर आघात करने वाली हैं। हम आशा करते हैं कि जल्द से जल्द ठोस और स्पष्ट कदम उठाए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को इस प्रकार का वक्तव्य नहीं देना चाहिए। उनके 'एक्स' हैंडल पर भी इस टिप्पणी को साझा किया गया है। मैं इसे नहीं दोहराऊंगा, क्योंकि यह भद्दा है। इसमें एक समुदाय का नाम लिया गया है। इसमें कहा गया है कि वह समुदाय संसाधनों को हड़प लेगा। उस समुदाय को घुसपैठिया बताया गया है। इसमें मंगल सूत्र की बात की गई है।'

सिंघवी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के पद पर आसीन एक व्यक्ति ने जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 123 का उल्लंघन किया है। भारतीय संविधान की अस्मिता पर प्रहार किया गया है। उन्होंने कहा कि भारत, संविधान, प्रधानमंत्री के पद और निर्वाचन आयोग की विश्वसनीयता का सवाल है...जो आम आदमी के विषय में करते हैं, वो प्रतिबंध लगाना पड़ेगा, चाहे कोई व्यक्ति कितना ही बड़ा है, क्योंकि यह संवैधानिक अस्मिता का सवाल है। कांग्रेस ने अपने ज्ञापन में प्रधानमंत्री की टिप्पणी को विभाजनकारी और दुर्भावनापूर्ण बताया है।