मोदी सिस्टम के कुशासन के कारण ब्लैक फंगस से जूझ रहा है देश, राहुल गांधी ने साधा मोदी सरकार पर निशाना

राहुल ने कहा, वैक्सीन की कमी पहले से ही है, अब ब्लैक फंगस की दवा की भी भारी कमी है, यह मोदी सरकार की नाकामियों का ही नतीजा है

Updated: May 22, 2021, 08:52 AM IST

Photo Courtesy: The Indian Express
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नई दिल्ली। देश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के साथ साथ ब्लैक फंगस जैसी जानलेवा बीमारी ने भी अपनी जगह बना ली है। कोरोना महामारी के साथ साथ अब इस घातक बीमारी से निपटना भी गंभीर चुनौती है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ब्लैक फंगस के जारी कहर को मोदी सरकार के कुशासन का नतीजा करार दिया है। राहुल ने कहा है कि देश मोदी सिस्टम के कुशासन के कारण ही ब्लैक फंगस जैसी जानलेवा बीमारी से जूझ रहा है। 

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए कहा कि मोदी सिस्टम के कुशासन के चलते सिर्फ़ भारत में कोरोना के साथ-साथ ब्लैक फंगस महामारी है। राहुल ने वैक्सीन की किल्लत और ब्लैक फंगस से निपटने के लिए ज़रूरी एंटी फंगस इंजेक्शन की कमी का ज़िक्र करते हुए कहा कि इस समय देश में वैक्सीन की कमी तो है ही, इस नयी महामारी की दवा की भी भारी कमी है। राहुल ने आगे कहा, इससे जूझने के लिए PM ताली-थाली बजाने की घोषणा करते ही होंगे। 

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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर ब्लैक फंगस पर रोकथाम लगाने की मांग की है। सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा है कि ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों का इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत किया जाना चाहिए। इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने कहा कि सिर्फ ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने से कुछ नहीं होगा। ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने के मतलब है कि इसके इलाज के लिए ज़रूरी दवाओं की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता भी सुनिश्चित की जानी आवश्यक है। सोनिया गांधी ने महामारी को नियंत्रित करने के लिए जल्द से जल्द ज़रूरी कदम उठाने की मांग की है।

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दरअसल कोरोना महामारी के साथ साथ ब्लैक फंगस भी अब कहर बरपा रहा है। भारत में अब तक ब्लैक फंगस के 8,848 मामले सामने आ चुकी हैं। जिसमें 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। ज़्यादातर राज्यों ने इस जानलेवा बीमारी को महामारी घोषित कर दिया है। लेकिन साथ ही राज्य ब्लैक फंगस के इलाज के लिए ज़रूरी एंफोटेरिसिन बी दवा की किल्लत से जूझ रहे हैं। मरीजों के परिजन दवा की तलाश में दर दर भटक रहे हैं।