वायनाड। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कार्यालय में तोड़फोड़ और कर्मचारियों के साथ मारपीट की गई। कांग्रेस ने इस घटना के पीछे सीपीआई के छात्र संगठन SFI कार्यकर्ताओं का हाथ होने का आरोप लगाया है। 



युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने इस घटना के लिए SFI को जिम्मेदार ठहराया और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन पर उपद्रवियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है।





कांग्रेस महासचिव कैसी वेणुगोपाल ने घटना का वीडियो शेयर कर इसे सीपीआई (एम) और भाजपा की मिलीभगत बताया। वेणुगोपाल ने ट्वीट किया कि मैं राहुल गांधी के कार्यालय पर SFI के गुंडों द्वारा हमले की कड़ी निंदा करता हूं।





केरल सीपीआई (एम) भाजपा को खुश करने के लिए इतने नीचे गिर चुकी है कि जहां भाजपा ईडी का दुरुपयोग कर रही है, वहीं सीपीआई (एम) उनके कार्यालय पर हिंसा करती हैं। उनकी घटिया डील का खुलासा हो गया है।



पुलिस ने कहा कि विरोध मार्च में लगभग 100 स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ता शामिल थे और वे कार्यालय में घुस गए। फिलहाल इनमें से आठ हिरासत में हैं। अधिक पुलिस बल तैनात किया गया है।



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राहुल गांधी के कार्यालय पर हुए हमले पर मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, "मैं राहुल गांधी के कार्यालय पर हमले की कड़ी निंदा करता हूं। यह एक ऐसी भूमि है जो लोकतांत्रिक तरीके से विरोध को प्रोत्साहित करती है। लेकिन यह उस सब के खिलाफ था। जो भी इस घटना में शामिल है, उसके खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करेगी।"





गौरतलब है कि SFI कार्यकर्ता कथित तौर पर सभी संरक्षित क्षेत्रों, वन्यजीव अभयारण्यों और राष्ट्रीय उद्यानों के आसपास एक किलोमीटर के पर्यावरण-संवेदनशील क्षेत्र (ईएसजेड) को अनिवार्य करने वाले सुप्रीम कोर्ट के आदेश से नाराज थी और राहुल गांधी मांग की थी कि वें इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ें। हालांकि इस मुद्दे पर राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर स्थानीय लोगों की चिंता से अवगत कराया था।