हिमाचल में बारिश का कहर, पलक झपकते ही नदी में समा गई इमारत, सैंकड़ों घर और सड़कें तबाह

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मैं प्रदेश के लोगों से फिर अनुरोध करता हूं कि अगले 24 घंटों तक अपने घरों में रहें, क्योंकि अगले 24 घंटों में भारी बारिश की संभावना है।

Updated: Jul 10, 2023, 05:17 PM IST

शिमला। हिमाचल प्रदेश में हो रही मूसलाधार बारिश ने कोहराम मचा रखा है। राज्य में चारों तरफ तबाही का मंजर है। दिल दहला देने वाली तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं। कहीं पुल बह गए हैं तो कुछ इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। मनाली में ब्यास नदी के किनारे बनी एक इमारत नदी में ढह गई। इसका दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया है जो स्थानीय लोगों द्वारा बनाई गई है। पलक झपकते ही इमारत ढही और पानी में बह गई। वीडियो में तबाही का मंडर आप देख सकते हैं।

मंडी में हालात बेहद भयावह हैं। मंडी में भारी बारिश के कारण शहर के कुछ हिस्सों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। मंडी के थुनाग में बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई। वहीं, चंबा जिले में पिछले 2 दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। रावी नदी उफान पर है। नदी के पास स्थित कई घर जलमग्न हो गए हैं।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मैं प्रदेश के लोगों से फिर अनुरोध करता हूं कि अगले 24 घंटों तक अपने घरों में रहें, क्योंकि अगले 24 घंटों में भारी बारिश की संभावना है। हमने आपदा से निपटने के लिए 3 हेल्पलाइन नंबर (1100, 1070 और 1077) जारी किए हैं। किसी भी आपात स्थिति में आप इन नंबरों पर कॉल कर सकते हैं और मैं भी 24 घंटे आपकी सेवा के लिए उपलब्ध रहूंगा।

बारिश से मचे हाहाकार के बीच राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से खास अपील की है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "भीषण बारिश और भूस्खलन के कारण हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और अन्य उत्तर भारतीय राज्यों में लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। 
सभी शोकसंतप्त परिजनों को मैं गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की आशा करता हूं। सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से निवेदन है कि राहत कार्यों में वो प्रशासन की सहायता करें। इस प्राकृतिक आपदा की कठिन चुनौती का हम सभी को मिल कर सामना करना है।"

हिमाचल प्रदेश के मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि जिस तरह से बारिश हुई है उससे बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। खासकर बुनियादी ढांचे, सड़क, पानी और सिंचाई की सुविधाएं प्रभावित हुई हैं। इसके साथ ही किसानों के खेतों के साथ-साथ लोगों के घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। NDRF, SDRF, स्थानीय पुलिस और प्रशासन लोगों को बचाने के लिए बेहतरीन काम कर रहा है। तीन दिनों में 9 लोगों की जान गई है। लगभग 250 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

वहीं, हिमाचल प्रदेश के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि बारिश के कारण हिमाचल में काफी नुकसान हुआ है। राज्य में करीब 765 सड़के प्रभावित हुई हैं। हमने करीब 342 मशीन प्रदेश के कौने-कौने में तैनात की हैं। कुल्लू-मनाली में फंसे हुए लोगों को भी रेस्क्यू किया गया है। अलग-अलग क्षेत्रों में करीब 9 लोगों की मृत्यु हुई है।