कांग्रेस को 1823 करोड़ का रिकवरी नोटिस, अजय माकन बोले- BJP को 4,600 करोड़ का नोटिस भेजे आयकर विभाग

जब लोकसभा चुनाव की तारीखें घोषित हो चुकी हैं, तो ऐसे समय में IT विभाग द्वारा कांग्रेस पर गलत तरीके से पेनल्टी लगाई जा रही है, पैसों की मांग की जा रही है: अजय माकन

Updated: Mar 29, 2024, 06:02 PM IST

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई जारी है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के बैंक अकाउंट फ्रीज किए जाने के बाद अब आयकर विभाग ने 1823 करोड़ रुपए का रिकवरी नोटिस भेजा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस को यह नोटिस दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा टैक्स नोटिस को चुनौती देने वाली पार्टी की याचिका खारिज करने के एक दिन बाद भेजा गया है। ताजा नोटिस एसेसमेंट इयर 2017-18 से 2020-21 के लिए है, इसमें जुर्माना और ब्याज दोनों शामिल है।

आयकर विभाग के नोटिस पर कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कांग्रेस को अब तक 1823 करोड़ रुपए का डिमांड नोटिस जारी किया है। इसमें सीताराम केसरी के कार्यकाल 1993-94 से जुड़ी 53.5 करोड़ की डिमांड शामिल है। हम मांग करते हैं कि आयकर विभाग बीजेपी के खिलाफ 4600 करोड़ का टैक्स डिमांड नोटिस जारी करे।

अजय माकन ने आगे कहा कि जब लोकसभा चुनाव की तारीखें घोषित हो चुकी हैं, तो ऐसे समय में IT विभाग द्वारा कांग्रेस पर गलत तरीके से पेनल्टी लगाई जा रही है, पैसों की मांग की जा रही है। ये बातें साफ इशारा करती हैं कि IT विभाग को BJP की कमियां नजर नहीं आ रही हैं। इसलिए हमारी मांग है कि IT विभाग द्वारा BJP को 4,600 करोड़ रुपए का नोटिस दिया जाना चाहिए।

मकान ने आगे कहा, 'आयकर विभाग और चुनाव आयोग BJP की कमी पर आंख बंद कर बैठे हुए हैं, उन्हें सिर्फ कांग्रेस नजर आती है। BJP ने जिस तरह से IT विभाग के नियमों का उल्लंघन किया, उसकी समीक्षा से पता चलता है कि BJP पर सात साल में 4,600 करोड़ रुपए की पेनल्टी लगती है। लेकिन.. उन्हें नजरअंदाज कर 'BJP के IT विभाग' ने 5 साल का नोटिस भेजकर कांग्रेस से 1,823 करोड़ रुपए की मांग की है।'

इनकम टैक्स अधिकारियों की तरफ से 200 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाने और फंड को फ्रीज करने के बाद कांग्रेस पहले से ही पैसे की किल्लत से जूझ रही है। कांग्रेस नेताओं ने पहले ही कहा था कि चुनाव से ठीक पहले लेवल प्लेग्राउंड हमें नहीं मिल रहा है। हमारे सारे फंड्स रोक दिए गए हैं नतीजतन हम कर्मचारियों को पेमेंट करने में असमर्थ हैं, नेताओं के फ्लाइट्स टिकट नहीं हो पा रहे हैं।