कन्याकुमारी। कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का आज दूसरा दिन है। इस यात्रा को नागरिक समूहों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। दूसरे दिन जैसे-जैसे यह पदयात्रा आगे बढ़ रही है, हजारों की संख्या में लोग इससे जुड़ते जा रहे हैं। यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा है। चारों ओर सिर्फ पदयात्री ही नजर आ रहे हैं। पदयात्रियों में भी जबरदस्त जोश भी देखने को मिल रहा है।



कन्याकुमारी के अगस्तीस्वरम में दूसरे दिन की यात्रा शुरू करने से पहले गुरुवार को यहां कैंप में सुबह 7 बजे तिरंगा झंडा फहराया गया। झंडे को सलामी देने के बाद कांग्रेस नेताओं ने भारत जोड़ो यात्रा के दूसरे दिन की शुरुआत की। पार्टी सांसद राहुल गांधी, भारत जोड़ो यात्रा आयोजन समिति के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह, वरिष्ठ सांसद पी चिदंबरम, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और अन्य ने कन्याकुमारी के अगस्तीस्वरम से पदयात्रा शुरू की।





पदयात्रा के दौरान राहुल गांधी नीट अभ्यर्थी अनिता के परिजनों से भी मिले और अनित की मौत पर दुख जताया। बता दें कि अनिता ने साल 2017 में आत्महत्या कर लिया था। दलित समुदाय से आने वाली अनिता के पिता खेतिहर मजदूर हैं। अनिता पढ़ाई में काफी होनहार थी। दसवीं और 12वीं टॉप करने वाली अनिता डॉक्टर बनना चाहती थी। लेकिन परिजन खर्च वहन करने में असमर्थ थे। अंत में अनिता ने मौत को गले लगा लिया। अनिता के परिजनों से मिलकर राहुल गांधी ने उन्हें ढांढस बढ़ाया।





राहुल गांधी आज दोपहर दो बजे महिला एक्टिविस्ट्स से मुलाकात करेंगे। इसके बाद थोड़ा देर वे पार्टी कार्यकर्ताओं से भी मिलेंगे। दोपहर ढाई बजे जवाहर बाल मंच द्वारा आयोजित पेंटिंग कॉम्पिटिशन के विजेताओं को पुरस्कृत करेंगे। इसके बाद दलित एक्टिविस्ट्स और सिविल सोसाइटी के लोगों से मुलाकात करेंगे। करीब चार बजे पदयात्रा दोबारा शुरू की जाएगी और सात बजे वे नागरकोइल में पब्लिक रैली को संबोधित करेंगे।



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दरअसल, यह पदयात्रा दो पड़ाव में चल रही है, एक सुबह 7 से 10:30 बजे तक और दूसरी दोपहर करीब 3:30-4 बजे से शाम 6:30-7 बजे तक। औसतन रोजाना लगभग 22-23 किलोमीटर पैदल चलने की योजना है। पार्टी ने राहुल गांधी समेत 119 नेताओं को 'भारत यात्रियों' के रूप में वर्गीकृत किया है, जो कन्याकुमारी से श्रीनगर तक पूरी दूरी तय करेंगे। कन्याकुमारी से श्रीनगर तक की 3,570 किलोमीटर की यह यात्रा लगभग पांच महीने में 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से होकर गुजरेगी।