मुंबई/कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में शिवसेना भी उतर सकती है। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि पार्टी ने पश्चिम बंगाल चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है। संजय राउत ने कहा है कि हम बहुत जल्दी कोलकाता जाएंगे। शिवसेना के पश्चिम बंगाल चुनाव लड़ने के फैसले को कुछ लोग बीजेपी को चुनावी नुकसान पहुंचाने की कोशिश के तौर पर देख रहे हैं। लेकिन शिवसेना नेता संजय राउत का कहना है कि उनकी पार्टी बंगाल में किसी की मदद करने या किसी को हराने के इरादे से नहीं जा रही है।

संजय राउत ने कहा है कि शिवसेना पश्चिम बंगाल में अपना विस्तार करने के इरादे से चुनाव लड़ेगी। राउत ने कहा कि पश्चिम बंगाल में शिवसेना की कई इकाइयां लंबे अरसे से काम कर रही हैं। राउत ने कहा कि पश्चिम बंगाल में पार्टी की इकाइयों का भी आग्रह है कि हमें विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए।

पश्चिम बंगाल में शिवसेना के चुनाव लड़ने के ऐलान पर बीजेपी नेता राम कदम ने कहा कि शिवसेना के पास बंगाल में कोई कैडर नहीं है और न ही कोई चेहरा है, लेकिन ममता बनर्जी से ज़रूर उनके नजदीकी रिश्ते हैं। बीजेपी का इशारा इस बात की तरफ है कि शिवसेना पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़कर ममता की मदद करना चाहती है। हालांकि शिवसेना के पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ने का यह कोई पहला मौका नहीं होगा। इससे पहले पार्टी वहां 2016 के विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी अपने उम्मीदवार उतार चुकी है। 2019 के लोकसभा चुनाव में शिवसेना ने पश्चिम बंगाल की 15 सीटों पर चुनाव लड़ा था। जबकि 2016 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 18 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। हालांकि दोनों ही बार पार्टी के किसी उम्मीदवार को जीत हासिल नहीं हो सकती थी।