मुंबई। शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि के बीजेपी के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर सभी विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने का काम किया जा रहा है। राउत ने एक अहम बात यह कही है कि यह गठबंधन कांग्रेस के बिना अधूरा है। उन्होंने कहा की भाजपा विरोधी मोर्चा बनाना और मोदी के खिलाफ मजबूत विकल्प खड़ा करना कांग्रेस को साथ लिए बगैर संभव नहीं है।

संजय राउत ने यह बयान ऐसे समय पर दिया है जब चार दिन पहले ही दिल्ली में एनसीपी चीफ शरद पवार ने कई विपक्षी दलों के साथ बैठक की थी। इस बैठक में सपा, आप, आरएलडी, टीएमसी समेत अन्य दलों के नेता आए थे। बैठक के पहले चर्चाएं थी कि पवार के नेतृत्व में गैर कांग्रेस थर्ड फ्रंट खड़ी करने की कोशिशें की जा रही है। ताकि आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सामने एक मजबूत विकल्प हो।

हालांकि, बैठक के बाद गैर कांग्रेस थर्ड फ्रंट की चर्चाएं ठंडी पड़ने लगी है और कांग्रेस के नेतृत्व में गठबंधन बनाने की बातें की जा रही है। इस बारे में शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि, 'तीसरे मोर्चे या अन्य मोर्चे की कोई आवश्यकता नहीं है। शरद पवार ने पहले ही इसे स्पष्ट कर दिया है। शिवसेना की भी यही भावना है। गठबंधन में कांग्रेस अहम भूमिका निभायेगी। यह मौजूदा शासन के खिलाफ एक मजबूत विकल्प होगा।'

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इतना ही नहीं एनसीपी चीफ शरद पवार ने खुद स्वीकारा है कि कांग्रेस के बिना बीजेपी को पराजित करना मुमकिन नहीं है। यदि भविष्य में कोई वैकल्पिक फोर्स खड़ा करना है तो कांग्रेस को साथ लेकर ही किया जाएगा।' तीसरे मोर्चे की कवायद को लेकर सियासी पंडितों का कहना है कि कांग्रेस सबसे पुरानी पार्टी होने के साथ ही सबको साथ लेकर चलने में सक्षम है। कांग्रेस के पास अब भी सोनिया गांधी के रूप में एक बड़ा नेता है जिसके अंडर कई दलों के नेता बिना किसी इगो के काम कर सकते हैं। ऐसे में संभव है कि सोनिया गांधी के नेतृत्व में ही थर्ड फ्रंट मोदी के खिलाफ चुनाव लड़े।