हनुमान जयंती पर हिंसा, दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाक़े में शोभा यात्रा पर पथराव

दिल्ली में हनुमान जयंती शोभा यात्रा के दौरान पथराव हुआ, तलवार और गोलियाँ चलीं, कुछ पुलिसकर्मी घायल.. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा शांति की ज़िम्मेदारी केंद्र सरकार की

Updated: Apr 16, 2022, 04:52 PM IST

नई दिल्ली।दिल्ली में हनुमान जयंती की शोभा यात्रा के दौरान हिंसा की खबर है। बताया जा रहा है कि जहांगीरपुरी इलाके में न सिर्फ पथराव हुआ बल्कि तलवार और गोलियाँ भी चली हैं। हिंसा में कुछ पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। उन्हें बाबू जगजीवन राम मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि उपद्रवी तत्वों ने पथराव के बाद अगजनी भी की है जिस वजह से इलाके का माहौल तनावपूर्ण हो गया है। पुलिस का कहना है कि उसने उपद्रवियों की पहचान कर ली है और वीडियो फुटेज से उसका मिलान किया जा रहा है। 

पुलिस के मुताबिक परंपरागत शोभा यात्रा के साथ अचानक कुशल सिनेमा के पास पहुंचते ही यह आक्रामक हो गयी और दो समुदायों की झड़प में तब्दील हो गयी। उस वक्त जो भी पुलिसकर्मी लोगों को शांत कराने की कोशिश कर रहे थे वे हिंसा के शिकार हो गए। घटना की खबर लगते ही देश के गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना से बात की। कमिश्नर अस्थाना ने दंगाइयों के खिलाफ कड़े एक्शन की चेतावनी दी है। साथ ही यह भी कहा है कि हालात पर काबू पा लिया गया है और संवेदनशील इलाकों में पुलिस की भारी तैनाती की गई है। 

इस घटना के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि शहर में शांति कायम करने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है। इस बीच कपिल मिश्रा का भी एक ट्वीट आया है। बीजेपी नेता ने अपने ट्वीट में लिखा है कि अब बांग्लादेशियों को देश से निकालने का वक्त आ गया है। उन्होंने यह भी लिखा है कि बांग्लादेशी अब भारतीय नागरिकों पर हमले करने की हिम्मत करने लगे हैं..यह आतंकी हरकत है।

 कपिल मिश्रा ने इस घटना पर एक के बाद एक कई ट्वीट किए हैं। उनका मानना है कि इस घटना को दंगा नहीं आतंकी घटना मानना चाहिए। ये वही लोग हैं जो दिल्ली दंगों और शाहीन बाग के पीछे थे। इस बीच विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने ट्वीट कर कहा है कि यह इस्लामिक चरमपंथियों द्वारा किया गया हमला है।