IIT से पढ़ने के बाद भी बेरोजगार हैं हजारों युवा, आईआईटी हैदराबाद के 46 फीसदी स्टूडेंट्स को नहीं मिली नौकरी

भारत के टॉप इंजीनियरिंग काॅलेज में से एक IIT हैदराबाद के प्सेलमेंट के आंकड़े RTI के जवाब में सामने आए हैं। साझा किए गए डेटा के मुताबिक, इस साल अभी तक आईआईटी हैदराबाद के 46 फीसदी छात्रों का प्लेसमेंट नहीं हुआ है।

Updated: May 17, 2024, 11:54 AM IST

इंजीनियरिंग करने के लिए भारत के आईआईटी संस्थानों को दुनियाभर में अच्छा माना जाता है। माना जाता है कि IIT में एडमिशन होने के बाद अच्छे पैकेज के साथ प्लेसमेंट होना तय है। लेकिन हाल ही में RTI के जरिए सामने आए IIT हैदराबाद के प्सेलमेंट के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। RTI में मिले जवाब के मुताबिक, इस साल अभी तक आईआईटी हैदराबाद के 46 फीसदी छात्रों का प्लेसमेंट नहीं हुआ है।

अप्रैल 2024 में सबमिट की गई RTI में पूछा गया था कि ऐसे कितने स्टूडेंट्स हैं जिनकी नौकरी कैंपस प्सेलमेंट से मिली है। इसके अलावा छात्रों को मिले औसत सैलरी का भी ब्यौरा मांगा गया था। जवाब में संस्थान की ओर कैंपस प्सेलमेंट में उन छात्रों की संख्या बताई गई है जिन्हें जॉब ऑफर मिला है, न कि कुल जॉब ऑफर की गिनती। इससे कैंपस प्सेलमेंट की बेहतर तस्वीर सामने आती है, क्योंकि कभी-कभार एक ही स्टू़डेंट को एक से ज्यादा जॉब ऑफर मिल जाते हैं।

साल 2021-22 में वहां से 519 स्टूडेंट्स को, जबकि 
2022-23 में 585 और 2023-24 में 451 स्टूडेंट्स को नौकरी मिली। आईआईटी हैदराबाद में साल 2021-22 में कुल 147 छात्रों के प्लेसमेंट नहीं हो पाए थे। वहीं साल 2022-23 में 177 छात्रों को कैंपस सेलेक्शन नहीं हो पाया था जबकि साल 2023-24 में 388 छात्रों को सेलेक्शन नहीं हो पाया था।

भले ही IIT हैदराबाद में इस सत्र के 46 फीसदी छात्रों का प्लेसमेंट नहीं हुआ है, लेकिन नौकरी पाने में कामयाब हुए स्टूडेंट्स की औसत सैलरी अच्छी रही है। अब तक नौकरी पक्की कर चुके स्टूडेंट्स की औसत सैलरी 22.96 लाख रुपए प्रति साल है।