नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां ने कथित लव जिहाद के खिलाफ यूपी सरकार के अध्यादेश की कड़ी आलोचना की है। नुसरत जहां ने कहा है कि लव और जिहाद दोनों एक साथ नहीं होते। उन्होंने योगी सरकार के लाए अध्यादेश की आलोचना करते हुए कहा है कि ऐसे मसले सिर्फ चुनाव से पहले ही उठाए जाते हैं। 

गौरतलब है कि योगी सरकार की कैबिनेट में पास अध्यादेश में अंतर-धार्मिक शादियों के लिए दो महीने पहले डीएम से इजाजत लेने का प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही धर्मांतरण पर भी तरह-तरह की बंदिशें लगाई गई हैं। मध्य प्रदेश और हरियाणा समेत कई और बीजेपी शासित राज्यों की सरकारें भी इसी तरह के कानून बनाने की तैयारी कर रही हैं।

लव जिहाद बीजेपी द्वारा गढ़ा गया है : नुसरत 

नुसरत जहां ने कहा कि प्रेम एक व्यक्तिगत मामला है। जो जिससे प्यार करता है, उससे विवाह करता है। कोई क्या खाता है, क्या पहनता है, यह सब पूरी तरह से व्यक्तिगत मामला है। टीएमसी नेता ने कहा,भारत एक लोकतांत्रिक देश है, यहां कोई निरंकुशता नहीं है। लव-जिहाद एक विशेष समुदाय के खिलाफ एक एजेंडे के रूप में बीजेपी द्वारा गढ़ा गया एक शब्द है। नुसरत जहां ने कहा कि लव और जिहाद एक साथ नहीं होते, यह मसला चलने वाला नहीं है। ये विशेष रूप से चुनाव से पहले उठाए गए मुद्दे हैं। 

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नुसरत ने आगे कहा, मुझे लगता है कि राजनेताओं और प्रशासकों की तरह हमें लोगों के विकास के लिए काम करना चाहिए, चाहे वे किसी भी जाति, पंथ, धर्म आदि से रिश्ता-नाता रखते हों। कोई गैरकानूनी और आपराधिक हरकत मिलेगी तो कानून अपना काम करेगा। मुझे न्यायायिक व्यवस्था में पूरा भरोसा है। अदालत पहले ही नागरिक स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने के लिए लाए गए ऐसे कानूनों पर राय जाहिर कर चुकी है। 

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प्यार को परवान चढ़ाने के लिए यह कानून लाए हैं : मोहसिन रज़ा 

वहीं योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री मोहसिन रज़ा ने कहा है कि उनकी सरकार प्यार को परवान चढाने के लिए यह कानून लेकर आई है। मोहसिन रज़ा ने एक हिंदी न्यूज़ चैनल से कहा, ' हम प्यार के खिलाफ नहीं हैं लेकिन प्यार में जो धोखा देने का काम हो रहा था उसे रोकने के लिए यह कानून लेकर आए हैं। हम प्यार को परवान चढ़ाने के लिए ये कानून लाए हैं।'