क्या मोदी बनेंगे कर्नाटक के मुख्यमंत्री जो बीजेपी सिर्फ उनके नाम पर चुनाव लड़ रही है: मल्लिकार्जुन खड़गे

खड़गे ने कहा, “आखिर कब तक मोदी के नाम पर चुनाव लड़ते रहोगे? क्या मोदी कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनेंगे? क्या अमित शाह कर्नाटक के गृहमंत्री बनेंगे?”

Updated: Apr 18, 2023, 10:22 AM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि आखिर कब तक बीजेपी पीएम मोदी के नाम पर चुनाव लड़ती रहेगी, क्या वह कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनेंगे? खड़गे ने यह बात डेक्कन हेरल्ड को दिए इंटरव्यू में उस सवाल के जवाब में कही जिसमें पूछा गया था कि बीजेपी का दावा है कि पीएम मोदी लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने इंटरव्यू में दावा करते हुए कहा कि कांग्रेस कर्नाटक चुनाव स्पष्ट बहुमत से जीतेगी और देश के लोगों को और देश के ऐसे लोगों को राहत मिलेगी जो संविधान का सम्मान करते हैं, लोकतंत्र में विश्वास रखते हैं और धर्मनिरपेक्षता को प्रेम करते हैं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के लोग बीजेपी के भ्रष्टाचार से तंग आ चुके हैं और उसके खिलाफ जबरदस्त सत्ता विरोधी लहर है।

इस सवाल पर कि बीजेपी दावा कर रही है कि कर्नाटक में बीजेपी के पक्ष में माहौल है और प्रधानमंत्री मोदी लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं, खड़गे ने कहा, “आखिर कब तक मोदी के नाम पर चुनाव लड़ते रहोगे? क्या मोदी कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनेंगे? क्या अमित शाह कर्नाटक के गृहमंत्री बनेंगे?” उन्होंने कहा कि कर्नाटक में स्थानीय मुद्दे लोगों के सामने हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 40 फीसदी कमीशन वाली सरकार की बात आज सबकी जुबान पर है। ऐसे में अगर बीजेपी सत्ता के पक्ष में लहर बताती है तो क्या मोदी ने इस 40 फीसदी कमीशन वाले भ्रष्टाचार को हरी झंडी दी है?"

खड़गे ने कहा कि कर्नाटक के कॉन्ट्रैक्टर्स ने पीएम से शिकायत की, सीबीआई से शिकायत की, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि, “हर जगह पीएम बोलते हैं कि मोदी को देख के वोट दो...मैं गुजरात गया वहां भी उन्होंने यही कहा, यही बात हिमाचल, नगालैंड, मणिपुर, मेघालय...हर जगह यही बात दोहराते हैं...इसका अर्थ है कि हर जगह का रिमोट वह अपने हाथ में रखना चाहते हैं। यह लोकतंत्र के लिए अच्छी बात नहीं है।”

आरक्षण के सवाल पर खड़गे ने कहा कि एससी-एसटी को आरक्षण तो संविधान मिला है और संविधान कहता है कि जितनी आबादी उतना हक...तो यह कोई बड़ी बात नहीं है। यह बाबा साहेब और पंडित जवाहर लाल नेहरू का तोहफा है वंचित तबके के लिए। उन्होंने सवाल पूछा कि जब चुनाव आ गया तो कर्नाटक सरकार को आरक्षण की याद आई, इससे पहले येदियुरप्पा सरकार ने क्यों नहीं किया ऐसा? प्रधानमंत्री ने क्यों नहीं राज्य सरकार को ऐसा करने का निर्देश दिया?

खड़गे ने कहा कि बीजेपी को पिछड़े तबकों, दलितों और अन्य की याद सिर्फ चुनाव के वक्त आती है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की विचारधारा दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के लिए बेहद खतरनाक है। उन्होंने सीधे कहा, “अगर आप मनुस्मृति को मानते हो तो मनुवादी हो, ऐसे में आप दलितों के समर्थक कैसे हो सकते हो?