दुबई। चेन्नई सुपरकिंग्स ने आखिरकार आईपीएल 2021 का खिताब अपने नाम कर लिया है। शुक्रवार को चेन्नई ने फाइनल मैच में केकेआर को 27 रन से हराकर खिताब पर कब्जा जमाया। यह चौथी बार है जब चेन्नई आईपीएल का चैंपियन घोषित हुई है। खास बात ये है कि चारों बार धोनी की कप्तानी में ही चेन्नई आईपीएल का सुपरकिंग्स बन पाई है। बतौर कप्तान धोनी का यह 300वां मैच था, जिसे माही ने अपने कुशल नेतृत्व से यादगार बना दिया।

चेन्नई ने टॉस हारने के बाद पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवरों में तीन विकेट की नुकसान पर 192 रन बनाया। फाफ डुप्लेसिस ने सर्वाधिक 86 रन की पारी खेली। केकेआर को जीत के लिए 193 रन चाहिए थे, लेकिन चेज करते हुए केकेआर 20 ओवरों में 9 विकेट की नुकसान पर महज 165 रन बना सकी। इस तरह कोलकाता को 27 रनों से हार का सामना करना पड़ा।

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कोलकाता के करीब आधा दर्जन बल्लेबाज तो दहाई का आंकड़ा भी नहीं पार कर सके। धोनी का यह 300वां मैच था जिसे वे अपने कुशल नेतृत्व के बदौलत यादगार बनाने में सफल रहे। इतना ही नहीं बतौर कप्तान धोनी ने केकेआर से फाइनल में मिली हार का हिसाब भी चुकता कर दिया। हालांकि, जीत के बाद धोनी ने केकेआर की जमकर तारीफें की और उनकी टीम को ट्रॉफी का हकदार भी बताया।

बता दें कि बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी केकेआर को शुरुआत में भाग्य का भी खूब साथ मिला, लेकिन वे इसे जीत में नहीं बदल पाए। दूसरे जी ओवर की तीसरी बॉल पर धोनी ने वेंकटेश अय्यर का आसान कैच छाेड़ा दिया जब वे उस समय शून्य पर खेल रहे थे। केकेआर के दोनों ओपनरों शुबमन गिल और वेंकटेश अय्यर ने पहले विकेट के लिए 91 रन जोड़कर एक तगड़ी शुरुआत दी, जिसकी केकेआर को जरूरत थी।

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पहले विकेट के नुकसान पर केकेआर का स्कोर जब 91 था तो ट्रॉफी भी केकेआर के नाम होती दिख रही थी। हालांकि ये दोनों आउट क्या हुए कि फिर कोई भी बल्लेबाज टीम को मजबूती नहीं दे सका। एक के बाद एक सब ढहते गए। खुद कप्तान इयॉन मोर्गन भी पिच पर टिक सके। नतीजा यह रहा कि केकेआर की पूरी टीम 20 ओवरों में 9 विकेट पर 165 रन पर ही धराशायी हो गई और इसी के साथ ही चेन्नई सुपर किंग्स के प्रशंसक जश्नन में डूब गए।