टीचर से प्यार में धोखा खाकर नाबालिग छात्र ने किया सुसाइड, टीचर पर सेक्सुअल हैरेसमेंट का आरोप

छात्र ने कोडवर्ड में लिखा सुसाइड नोट, किसी तरह डिकोड कर पाई पुलिस, छात्र ने लिखा है जब मन करता था तब शारिरिक संबंध बनाती थी, जब चाहे ब्लॉक करती थी

Updated: Mar 24, 2021, 12:01 PM IST

Photo Courtesy : Bhaskar
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बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में नाबालिग छात्र के आत्महत्या से जुड़े सुसाइड नोट को पुलिस ने डिकोड कर लिया है। सुसाइड नोट से मालूम चला है कि छात्र की केमिस्ट्री टीचर उसका यौन शोषण करती थी। टीचर उसे अश्लील चैट्स भेजती थी और जब मर्जी उसके साथ शारिरिक संबंध भी बनाती थी। वहीं टीचर को जब मन होता उससे बात करना बंद कर देती थी, इन्हीं सब कारणों से परेशान होकर छात्र ने आत्महत्या कर लिया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकंडा इलाके के प्राइवेट स्कूल लोयला में अराधना एक्का केमेस्ट्री की टीचर थीं। सुसाइड करने वाला छात्र भी इसी स्कूल में पढ़ता था। आरोप है कि महिला टीचर ने छात्र को प्यार के जाल में फंसाया और उससे शारीरिक संबंध बनाने लगी। इस बीच टीचर का स्कूल के ही किसी स्टाफ मेंबर से अफेयर शुरू हो गया। उधर टीचर के साथ यौन संबंध बनाने की वजह से छात्र उससे एकतरफा प्यार करने लगा था। लेकिन छात्र को जब असलियत पता चली तो वह परेशान हो गया।

बताया जा रहा है कि छात्र ने इसके बाद कई बार टीचर से कॉन्टैक्ट करने की कोशिश की, लेकिन उसने नंबर ब्लॉक तक कर दिया। इस बात का जिक्र छात्र ने सुसाइड नोट में भी किया है। इससे परेशान छात्र ने चार दिन पहले अपने घर में ही फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। उसने कूट भाषा में नोट लिखने के बाद सुसाइड का वीडियो भी बनाया, जिसे शेड्यूल कर अपने कुछ दोस्तों को भेजा। फिलहाल पुलिस ने इस वीडियो को जब्त कर लिया है और इसे सार्वजनिक करने पर रोक लगा दी गई है।

टीचर की हर गतिविधि पर थी छात्र को नजर

रिपोर्ट्स के मुताबिक छात्र टेक्नोलॉजी के मामले में काफी तेज था। उसने टीचर पर नजर रखने के लिए उसके मोबाइल, वॉट्सऐप और सोशल मीडिया अकॉउंट्स हैक कर लिया था। हालांकि, कुछ दिन पहले टीचर को भी इस बात की भनक लग गई। टीचर बीते 18 मार्च को छात्र के घर गई और टीचर जब वहां से निकली उसके आधे घंटे बाद छात्र ने कोडवर्ड में सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर लिया। छात्र के घरवालों को 19 मार्च को इसकी जानकारी लगी। इसके बाद मौके से बरामद नोट को डिकोड करने में पुलिस को तीन दिन लग गए। नोट डिकोड होने के बाद जो जानकारी सामने आई उसे देखकर अधिकारियों के सर चकरा गए।