रायपुर। छत्तीसगढ़ के दवा कारोबारियों ने देश में ऑनलाइन दवा बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है। व्यापारियों ने बड़े कार्पोरेट घरानों के फुटकर दवा कारोबार में आने पर पाबंदी लगाने अपील की है। उनकी मांग है कि बड़े कार्पोरेट घराने दवाओं के रिटेल बाजार में ना उतरें। व्यापारियों ने सभी प्रकार की दवाओं को ड्रग प्राइज कंट्रोल की सीमा में लाने और दवाओं पर GST कम करने की मांग की। दवा कारोबारियों की मांग है कि GST की दर 5 प्रतिशत कर दी जाए। दवाइयां जीवन रक्षक होने के साथ ही अतिआवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में आती हैं। इसलिए सभी दवाओं पर GST 5 प्रतिशत की दर से होना चाहिए।

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दवा कारोबारियों ने कैट के सामने अपनी सारी मांगें रखकर ड्रक एक्ट की विसंतगितयों को दूर करने और उनके सरलीकरण की मांग की है। शुक्रवार को प्रदेश के दवा कारोबारियों और कैट के पदाधिकारियों की बैठक में इन अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।

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दरअसल कैट परंपरागत तरीके से खुदरा व्यापार करने वाले व्यापारियों का मंच है।  यह कन्फेडरशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के नाम से जाना जाता है। इनदिनों कैट द्वारा देशव्यापी व्यापारी संवाद अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान इस पूरे फरवरी महीने चलेगा। पदाधिकारी व्यापारियों की समस्याएं और उनके सुझाव पूछ रहे हैं। इसके बाद इन समस्याओं को राज्य और केंद्र सरकार तक पहुंचाया जाएगा। इसके बाद इनकी समस्याओं को दूर करने की दिशा में काम करने की रणनीति बनाई जाएगी।