नई दिल्ली। आठ बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में जुलाई महीने में 9.6 प्रतिशत की गिरावट आई है। यह लगातार पांचवां महीना है जबकि बुनियादी उद्योगों का उत्पादन घटा है। मुख्य रूप से इस्पात, रिफाइनरी उत्पाद और सीमेंट क्षेत्र के खराब प्रदर्शन की वजह से बुनियादी उद्योगों का उत्पादन घटा है। जुलाई, 2019 में आठ बुनियादी उद्योगों उत्पादन 2.6 प्रतिशत बढ़ा था। यह बताता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में गिरावट का दौर जारी है और लॉकडाउन प्रतिबंधो को हटाए जाने तथा केंद्र सरकार द्वारा इकॉनमिक पैकेज देने के बाद आर्थिकी पटरी पर नहीं आ पा रही है। 

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में उर्वरक को छोड़कर अन्य सातों क्षेत्रों- कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, इस्पात, सीमेंट और बिजली क्षेत्र के उत्पादन में गिरावट आई। जुलाई में इस्पात का उत्पादन 16.5 प्रतिशत, रिफाइनरी उत्पादों का 13.9 प्रतिशत, सीमेंट का 13.5 प्रतिशत, प्राकृतिक गैस का 10.2 प्रतिशत, कोयले का 5.7 प्रतिशत, कच्चे तेल का 4.9 प्रतिशत और बिजली का 2.3 प्रतिशत नीचे आया। वहीं दूसरी ओर जुलाई में उर्वरक का उत्पादन 6.9 प्रतिशत बढ़ा। जुलाई, 2019 में उर्वरक उत्पादन 1.5 प्रतिशत बढ़ा था।

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आठ बुनियादी उद्योगों में गिरावट के ये आंकड़े ऐसे समय में आए हैं, जब चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर के आंकड़ों की घोषणा की जानी है। अनुमान लगाया गया है कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर G-20 देशों में सबसे कम रहने वाली है और जीडीपी उल्लेखनीय रूप से सिकुड़ सकती है।