एमपी के कृषि मंत्री कमल पटेल के जिले हरदा में तीन किसानों ने किया आत्महत्या का प्रयास
Farmer Suicide in MP: हरदा में समिति कार्यालय के बाहर तीन किसानों ने जहर पीकर की जान देने की कोशिश, चने का पैसा नहीं मिलने से थे परेशान, कांग्रेस ने कहा कुछ तो बोलें मंत्री

भोपाल। हरदा के खिरकिया में तीन किसानों ने आत्महत्या की कोशिश की। बेचे गए चने का पैसा नहीं मिलने से परेशान नीमगांव के किसान सूरज पंवार, धनगांव के संदीप बाबल और सारंगपुर के परमानंद ने खुदकुशी की कोशिश की है। किसानों ने समिति कार्यालय के बाहर जहर पी लिया। किसानों की आत्महत्या की कोशिश का वीडियो वायरल हो रहा है। जहर पीने वाले किसानों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और कृषि मंत्री कमल पटेल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने ट्वीटर अकाउंट पर किसान की आत्महत्या का वायरल वीडियो शेयर करते हुए मध्यप्रदेश सरकार पर सवाल उठाएं हैं। अरुण यादव ने लिखा है कि ‘एक सप्ताह के अंदर दूसरे किसान ने कृषि मंत्री के गृह जिले हरदा में आत्महत्या करने की कोशिश की।
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उन्होंने सवाल किया है कि ‘क्या मुख्यमंत्री शिवराज जी एवं कृषि मंत्री कमल पटेल जी इस ह्रदयस्पर्शी घटना को लेकर कुछ बोलने की स्थिति में है’, क्योंकि यह दोनों ही अधिक बोलने की बीमारी से ग्रस्त है?’
एक सप्ताह के अंदर दूसरे किसान ने कृषि मंत्री की गृह विधानसभा हरदा में आत्महत्या करने की कोशिश की,क्या मुख्यमंत्री शिवराज जी एवं कृषि मंत्री कमल पटेल जी इस ह्रदयस्पर्शी घटना को लेकर कुछ बोलने की स्थिति में है, क्योंकि यह दोनों ही आथिक बोलने की बीमारी से ग्रस्त है?@INCIndia @INCMP pic.twitter.com/16zjTyjdQy
— Arun Yadav ???????? (@MPArunYadav) September 24, 2020
पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव का कहना है कि बीजेपी जब विपक्ष में होती है तभी किसानों की सुध लेने की याद आती है, लेकिन सत्ता में आते ही किसान विरोधी निर्णय लेती है। जिससे किसान आत्महत्या जैसे घातक कदम उठाने को मजबूर हो जाते हैं। बीजेपी के किसान विरोधी निर्णयों की वजह से किसान हताश होकर आत्महत्या जैसे दुःखद कदम उठाने को मजबूर हैं। सचिन यादव ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि प्रदेश में किसानों की स्थिति को सम्हालें ताकि किसानों को आत्महत्या करने पर मजबूर नहीं होना पड़े।
मप्र में किसानों की आत्महत्या का सिलसिला फिर शुरू हो गया है, भाजपा के किसान विरोधी निर्णयों की वजह से किसान हताश होकर आत्महत्या जैसे दुःखद कदम उठाने को मजबूर है,
— Sachin Yadav #StayHomeSaveLives (@SYadavMLA) September 24, 2020
मैं मुख्यमंत्री शिवराज जी से अनुरोध करना चाहता हूँ इस स्थिति को संभालें जिससे किसान आत्महत्या के लिए मजबूर न हो । pic.twitter.com/BOQ0K7xcVh
आपको बता दें कि हरदा जिले के खिरकिया तहसील के किसान चने का भुगतान नहीं होने से दु:खी थे। किसान ने सहकारी समिति चौकड़ी में अपना चना बेचा था। कई बार पैसा नहीं मिलने की शिकायत करने की, लेकिन जब कहीं सुनवाई नहीं हुई तो किसानों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था, और चेतावनी दी थी कि अगर उन्हे 72 घंटे के अंदर चने का भुगतान नहीं किया गया तो वे आत्महत्या कर लेंगे।