MP में मूंग उपजाने वाले किसानों का बुरा हाल, बिजली और पानी सप्लाई ठप होने से बर्बादी की कगार पर फसल

नर्मदापुरम जिले के सिवनी मालवा में इन दिनों नहर में पानी और बिजली नहीं मिलने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। किसानों का कहना है कि अगर मूंग की फसल को समय से पानी नहीं मिला तो पूरी मेहनत पर पानी फिर जाएगा।

Updated: May 25, 2023, 05:35 PM IST

नर्मदापुरम। मध्य प्रदेश में तीन महीने पहले बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों को काफी नुकसान पहुंचाया था। वहीं, अब बिजली और पानी की किल्लत ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। नर्मदापुरम जिले में इन दिनों नहर में पानी और बिजली नहीं मिलने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। किसानों का कहना है कि अगर मूंग की फसल को समय से पानी नहीं मिला तो पूरी मेहनत बर्बाद हो जाएगी।

नर्मदापुरम जिले के सिवनी मालवा तहसील अंतर्गत ग्राम रमपुरा सहित अन्य गांवों के किसानों ने बताया कि भीषण गर्मी में पिछले दो हफ्ते से मकड़ाई-बाबरी नहरों में पानी सप्लाई बंद है। पानी की कमी और तेज धूप से मूंग की फसल मुरझा गई है। किसानों का कहना है कि एक बार पानी और मिल जाए तो ठीक ठाक पैदावार हो सकती हैं।

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ग्राम रामपुरा के किसान अर्जुन पटेल ने बताया की नहर में पानी नहीं है और खंभे में लाइट भी नहीं है। लाइट रहती तो बोरवेल से पानी का इंतजाम हो जाता। मूंग का अंतिम समय चल रहा है। यदि पानी नहीं मिला तो फसल बर्बाद हो जाएगी। 12-13 मई तक नहरों के माध्यम से खेतों में पानी होना था परन्तु आज 25 तारीख हो गई है पर अब तक नहरों में पानी नहीं है।

किसानों ने शिवराज सरकार और कृषि मंत्री कमल पटेल पर निशाना साधते हुए कहा, 'सरकार ने खुले तौर पर कहा था कि हम 50 दिन के लिए नहर में पानी देंगे। लेकिन 50 दिन तो छोड़िए 20 दिन भी ढंग से पानी नहीं मिला। नतीजा यह है की समस्त मूंग की फसल नष्ट होने की कगार पर है।' किसान अर्जुन पटेल ने आरोप लगाते हुए कहा कि, 'नहर से पानी देने में घोर अनदेखी की जा रही है। मांग, आवेदन, निवेदन को ठुकराया जा रहा है। किसान फसल नष्ट होने से कर्ज के बोझ तले दब जाएंगे।' पानी नहीं देने पर किसानों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।