कोरोना और तूफानों ने तोड़ी नार्थ कोरिया की कमर, खाद्यान संकट की चेतावनी

तानाशाह किम जोंग उन ने नार्थ कोरिया में खाद्य संकट की चेतावनी जारी की, उन्होंने दावा किया है कि इस साल देश की अर्थव्यवस्था में सुधार हुआ है, लेकिन कोरोना और पिछले साल आए तूफान की वजह से खाद्यान की स्थिति तनावपूर्ण हो गई है

Updated: Jun 16, 2021, 11:40 AM IST

Photo Courtesy: India.com
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उत्तर कोरिया के तानाशाह ने अपने देश में खाद्यान की कमी को लेकर चिंता जताई है। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने देश में खाद्यान के संकट को लेकर अलर्ट जारी किया है। तानाशाह ने कहा है कि कोरोना महामारी और पिछले साल आए तूफानों के कारण देश में खाने की आपूर्ति में कमी नजर आ रही है। उन्होंन लोगों से कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए लगे प्रतिबंधों का समर्थन करने की अपील भी की है।

दरअसल बुधवार को नार्थ कोरिया की ऑफीशियल ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ के हवाले से कहा गया है कि किम जोंग ने उत्तर कोरिया की वर्तमान अंतरराष्ट्रीय हालातों से कैसे निपटना चाहिए, इसे लेकर चर्चा का आह्वान किया। हालांकि एजेंसी ने किम द्वारा अमेरिका या दक्षिण कोरिया के बारे में की गई किसी भी टिप्पणी का जिक्र नहीं किया।

एक ओर तो नार्थ कोरिया की ओर से कहा जाता रहा है कि उनके यहां कोरोना का कोई केस नहीं है, दूसरी ओर कहा जा रहा है कि कोरोना की वजह से खाद्यान की कमी होने की आशंका है। दरअसल नार्थ कोरिया में कोरोना को लेकर कड़े प्रतिबंध लागू हैं। देश की सीमाएं बंद हैं, जिससे चीन से व्यापार रुका हुआ है। वहीं बीते साल कई बार तूफान और बाढ़ की वजह से फसलें बर्बाद होने की वजह से उत्तर कोरिया की अस्थिर अर्थव्यवस्था और ज्यादा  चरमा गई है।

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फिलहाल भुखमरी का संकेत तो नहीं है, लेकिन अगर ऐसा ही रहा तो परिस्थितियां गंभीर हो सकती हैं। दरअसल साउथ कोरिया के एक सरकारी थिंक टैंक कोरियन डवलपमेंट इंस्टीट्यूट ने कुछ दिनों पहले यह चेतावनी दी थी कि नार्थ कोरिया को इस साल करीब दस लाख टन अनाज की कमी का सामना करना पड़ सकता है।

जबकि मगंलवार को वर्कर्स पार्टी के केंद्रीय कमेटी की बैठक में तानाशाह ने दावा किया है कि इस साल नार्थ कोरिया की अर्थव्यवस्था में 25 फीसदी सुधार हुआ है। किम जोंग ने केंद्रीय कमेटी की बैठक की अध्यक्षता के दौरान विकास के लिए मुख्य नीतियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने आर्थिक मुद्दों के समाधान के लिए किए जाने वाले कार्यों के बारे में भी बताया। कमेटी ने फरवरी में अपने पिछले सत्र में उल्लेखित अपनी नई पंचवर्षीय आर्थिक योजना को प्राप्त करने के लिए लक्ष्य और कार्य निर्धारित किए। जिसमें खाद्य और धातु उत्पादन को बढ़ाना भी शामिल है।

 वर्कर्स पार्टी की बैठक के दौरान तानाशाह ने अपने अफसरों से कृषि उत्पादन बढ़ाने के तरीके खोजने की अपील की है। किम जोंग का कहना है कि देश में खाद्य पदार्थों की स्थिति ‘‘तनावपूर्ण हो रही है।’’ किम ने कहा कि पिछले साल आंधी से हुए नुकसान के कारण कृषि क्षेत्र अपनी अनाज उत्पादन योजना को पूरा करने में विफल रहा है. इस वजह से लोगों के भोजन की स्थिति अब तनावपूर्ण होती जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि किम जोंग ने नार्थ कोरिया को कोरोना फ्री बनाने की अपील की है। उन्होंने यह भी संकेत दिया है कि अर्थव्यवस्था पर दबाव होने के बाद भी कोरोना महामारी रोकने के लिए लॉकडाउन बढ़ाया जाएगा।