कमला नेहरू अस्पताल में 7 बच्चों की मौत का दावा, कांग्रेस नेताओं को अस्पताल जाने से रोक रहा है प्रशासन

पीसी शर्मा समेत कांग्रेस के नेता अस्पताल के अंदर दाखिल होने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन उन्हें अस्पताल के भीतर जाने की अनुमति नहीं दे रहा है

Updated: Nov 09, 2021, 07:23 AM IST

भोपाल। कमला नेहरू अस्पताल में हुए दर्दनाक हादसे के बाद अब राज्य सरकार पर मौतों का आंकड़ा छिपाने का आरोप लगना शुरू हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स में अपुष्ट सूत्रों के हवाले से यह दावा किया जा रहा है कि हादसे में कुल सात नवजात बच्चों की मौत हुई है। औपचारिक आंकड़े के मुताबिक चाइल्ड वार्ड में आग लगने के कारण चार नवजात बच्चों की मौत हुई है।

हालांकि शिवराज सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के बयान के मुताबिक अस्पताल में आग लगने से चार बच्चों की मौत हुई है। मंगलवार सुबह को उन्होंने एक बार फिर चार बच्चों की मौत होने का जिक्र किया। 

दूसरी तरफ अस्पताल में हुई लापरवाही को लेकर कांग्रेस लगातार शिवराज सरकार के सिस्टम पर सवाल खड़ा कर रही है। कांग्रेस नेता कमला नेहरू अस्पताल में दाखिल होने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन कांग्रेस नेताओं को अस्पताल में जाने से रोक रहा है। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा और प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अर्चना जायसवाल को अस्पताल में दाखिल होने से रोक दिया गया। कांग्रेस नेताओं और प्रशासन के बीच बढ़ती तकरार ने भी मौत के आंकड़े को लेकर कई तरह की शंकाओं को जन्म दे दिया है। पीसीसी चीफ कमल नाथ खुद आज दोपहर कमला नेहरू अस्पताल जाने वाले हैं। 

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सोमवार रात करीब नौ बजे कमला नेहरू अस्पताल के चाइल्ड वार्ड में अचानक आग लग गई। इस वार्ड में 24 घंटे से लेकर 4 दिन तक के 40 नवजात बच्चे भर्ती थे। दम घुटने के कारण चार बच्चों की मौत होने की पुष्टि देर रात तक हो गई थी। लेकिन अब मौतों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है। 

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस हादसे की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी गठित करने का एलान किया है। वहीं मृतक बच्चों के माता पिता को चार चार लाख रुपए के आर्थिक मुआवजे का एलान किया गया है।