भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आरोप लगाया है कि बीजेपी उपचुनावों में हार के डर से कांग्रेस के विधायकों से संपर्क साध रही है। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि कांग्रेस और जनता मिलकर बीजेपी के इस हथकंडे का करारा जवाब देंगे। कमल नाथ ने शुक्रवार को एक वीडियो  जारी करते हुए बीजेपी पर ये आरोप लगाया है। 

कमल नाथ का यह वीडियो सन्देश मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किया है। जिसमें कमल नाथ ने कहा है कि 'उपचुनावों में जनता ने खुलकर सच्चाई का साथ दिया है। जिसका अंदाजा खुद बीजेपी को भी लग गया है। बीजेपी को पता चल चुका है कि वो इन चुनावों में बुरी तरह से हार रही है। इसलिए उन्होंने हार के डर से फिर से सौदेबाज़ी करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।' 

कमल नाथ ने कहा है कि उनकी कई विधयाकों से चर्चा हुई है, जिसमें विधायकों ने बताया है कि बीजेपी के लोग उन्हें प्रलोभित करने के लिए उनसे संपर्क साध रहे हैं। कमल नाथ ने कहा है कि बीजेपी एक बार फिर सौदेबाज़ी करने और बोली लगाने की जुगत में जुट गई है। लेकिन जनता कभी ये सब स्वीकार नहीं करेगी। कमल नाथ ने कहा है कि कांग्रेस और जनता दोनों मिलकर इस प्रदेश को कलंकित होने से बचाएंगे। 

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गौरतलब है कि इसी साल मार्च महीने में कांग्रेस के 22 विधायकों ने कमलनाथ सरकार और पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया था। इन सभी नेताओं ने सिंधिया के कांग्रेस को अलविदा कहने के तुरंत बाद ही पार्टी छोड़ दी थी। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि इन सभी नेताओं को बीजेपी ने 35-35 करोड़ में ख़रीदा है। विधायकों के पाला बदलने से राज्य में कांग्रेस की सरकार गिर गई और कोरोना काल के बीच प्रदेश में उपचुनाव की नौबत आ गई।

कोरोना के कारण उपचुनाव कराने में भी देर हुई। इसी बीच प्रद्युम्न सिंह लोधी, नारायण पटेल और सुमित्रा देवी कास्डेकर ने भी कांग्रेस का साथ छोड़ दिया। ब्यावरा में कांग्रेस विधायक गोवर्धन डांगी के निधन के बाद प्रदेश में 28 सीटों पर उपचुनाव हुए। उपचुनाव से ठीक पहले दमोह के विधायक राहुल सिंह लोधी ने भी कांग्रेस का साथ छोड़ दिया। 3 नवंबर को प्रदेश की 28 सीटों पर आखिरकार मतदान संपन्न हुए। जिसके नतीजे 10 नवंबर को आएंगे।