सांसद दानिश अली को BSP ने पार्टी से किया निलंबित, भाजपा के खिलाफ मुखर होने की मिली सजा
दानिश अली को जब संसद में सरेआम गालियां दी गई तब पार्टी उनके साथ खड़ी तक नहीं थी, अब बसपा ने उनपर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगाते हुए निलंबित कर दिया है।
नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अपने सांसद दानिश अली को पार्टी से निलंबित कर दिया है। बसपा सुप्रीमो मायावती के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है। बसपा ने दानिश अली पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया है। माना जा रहा है कि दानिश अली को भाजपा के खिलाफ मुखर होने की सजा मिली है।
दरअसल, 21 सितंबर 2023 को विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के मंदिर भारतीय संसद में एक शर्मनाक घटना घटी थी। नई संसद की लोकसभा में भाजपा के एक सांसद द्वारा घटिया बयानों की सभी सीमाएं लांघ दी गई। दक्षिणी दिल्ली से बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने लोकसभा में अमरोहा से बीएसपी सांसद दानिश अली को न सिर्फ आतंकवादी कहा बल्कि अभद्र गालियां भी दी। भरी लोकसभा में एक मुसलमान सांसद को गाली देकर न सिर्फ नई संसद का अपमान बल्कि पूरे देश को शर्मसार किया गया।
इस घटना से दुखी बसपा सांसद दानिश मीडिया से बातचीत के दौरान फुट-फूटकर रोने लगे थे। उन्होंने संसद सदस्यता त्यागने तक का मन बना लिया था। हैरानी की बात ये है कि इस दौरान जब पूरा विपक्ष उनके साथ था तब उन्हें अपनी ही पार्टी यानी बसपा से समर्थन नहीं मिला। इस शर्मनाक घटना के बाद राहुल गांधी ने दानिश अली से एकजुटता दिखाते हुए उनसे मुलाकात की थी। तब से ही बसपा द्वारा उन्हें सस्पेंड करने का बहाना ढूंढा जा रहा था।
मॉनसून सत्र के इस घटना का मुद्दा इस बार शीतकालीन सत्र में भी गरमाया जब टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को संसद से निलंबित किया गया। दानिश अली समेत कई नेताओं ने कहा कि भाजपा सांसद रमेश विधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। दानिश अली समेत पूरा विपक्ष महुआ मोइत्रा के साथ था। दानिश अली अन्य मुद्दों को लेकर भी भाजपा और नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ मुखर थे। ऐसे में अब उनकी अपनी ही पार्टी बसपा ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है।