Digvijaya Singh: एमपी में सांप्रदायिक हिंसा पर रोक लगाएं डीजीपी और मुख्य सचिव, वरना हाईकोर्ट जाएंगे

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी को लिखी चिट्ठी, मंदिर के लिए चंदा जुटाने के नाम पर भड़काई जा रही सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ 15 दिन में ठोस कार्रवाई करने को कहा

Updated: Feb 05, 2021, 03:42 AM IST

Photo Courtesy: Digvijaya Singh.in
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भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी को पत्र लिखकर प्रदेश में राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा जमा करने के दौरान हो रही साम्प्रदायिक घटनाओं को रोकने की माँग की है। साथ ही उन्होंने प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब नहीं होने देने के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करने की मांग भी की है।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने चिट्ठी में माँग की है कि मंदिर के लिए चंदा जमा करने के नाम पर अल्पसंख्यक समुदाय के साथ हो रही घटनाओं को रोकने के लिए उन सभी उपायों पर अमल किया जाए, जिनका निर्देश सुप्रीम कोर्ट ने दिया है। उन्होंने इस पत्र में इंदौर, उज्जैन और मंदसौर में हुई हिंसक घटनाओं का ज़िक्र भी किया है। कांग्रेस नेता ने अपने पत्र में ये आरोप भी लगाया है कि उन्होंने ख़ुद पीड़ित समुदाय के डेलिगेशन के साथ मुख्य सचिव और डीजीपी से मिलकर इस बारे में ज्ञापन दिया और कार्रवाई की माँग की। फिर भी पुलिस-प्रशासन ने इस बारे में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।

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दिग्विजय सिंह ने राज्य के शीर्ष अधिकारियों को आगाह करते हुए कहा है कि अगर अगले 15 दिनों तक इस बारे में उन्होंने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, तो वे इस मामले में हाईकोर्ट में याचिका दायर करेंगे। कांग्रेस नेता ने यह चिट्ठी मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव को लिखी है, जिसकी कॉपी पुलिस महानिदेशक (DGP) और भोपाल के पुलिस मुख्यालय को भी भेजी है।