Digvijaya Singh : आपकी कथनी और करनी में इतना अंतर क्यों है महाराज

Jyotiraditya Scindia :  सत्ता का खेल तो चलेगा, सरकारें आएंगी और जाएंगी, पार्टियां बनेंगी बिगड़ेंगी, मगर ये देश रहना चाहिए, देश का लोकतंत्र रहना चाहिए

Publish: Jul 19, 2020, 11:08 PM IST

Photo Courtesy : my nation
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भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य सभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने congress छोड़ कर BJP में गए ज्योतिरादित्य सिंधिया पर उन्हीं के पुराने बयानों से हमला जारी रखा है। लोकसभा में दिए गए ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाषण को ट्वीट करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा है कि महाराज, आपकी कथनी और करनी में इतना अंतर होगा हमें उम्मीद नहीं थी।

लोकसभा में कांग्रेस सांसद के रूप में दिए गए भाषण में ज्योतिरादित्य सिंधिया पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी कि पंक्तियाँ पढ़ कर BJP पर हमला कर रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया कह रहे है कि सत्ता का खेल तो चलेगा, सरकारें आएंगी और जाएंगी, पार्टियां बनेंगी बिगड़ेंगी, मगर ये देश रहना चाहिए, देश का लोकतंत्र रहना चाहिए। जनता ने तय किया है कमल का फूल हमारी भूल।

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अपने भाषण में काव्य पंक्तियाँ पढ़ते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया कह रहे हैं कि न धर्म की बात हो न जाति की बात हो, जनता बेरोजगार है पहले निवालों की बात हो। मेरी नींद को दिक्कत न भजन से न अजान से, मेरी नींद को दिक्कत मरते हुए जवान, खुदकुशी करते किसान से। किसी के बुझते चूल्हे में हवा लगा कर तो देखो, किसी के जिंदगी के जख्मों पर दवा लगा कर तो देखो, लोगों की मेहनत मशक्कत पर उंगलियां उठाने वालों, समझ में आ जाएगा मूल्य हर देशवासी का, जरा कभी आँख खोल कर सर उठा कर तो देखो। 

 

इस भाषण पर दिग्विजय सिंह ने कहा है कि बहुत खूब महाराज। “जो कहा है उसे कर के भी देखो”। आपकी कथनी और करनी में इतना अंतर होगा हमें उम्मीद नहीं थी।