17 फरवरी से हड़ताल पर जाएंगे मध्य प्रदेश के डॉक्टर्स, नर्सिंग होम एसोसिएशन का भी मिला समर्थन

यह पहला मौका है जब प्रदेश में सभी विभागों के सरकारी डॉक्टर्स और जूडा भी किसी हड़ताल में एकसाथ शामिल हो रहा है।

Updated: Feb 13, 2023, 03:13 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में एक बार फिर से मेडिकल सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। प्रदेश भर के डॉक्टरों ने 17 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। डॉक्टर्स की मांगों का समर्थन करते हुए अब नर्सिंग होम एसोसिएशन और यूनाइटेड डॉक्टर्स फेडरेशन भी इनके साथ आ गया है।

शासकीय चिकित्सक महासंघ के मुख्य संयोजक डॉ. राकेश मालवीय ने कहा कि प्राइवेट नर्सिंग होम और यूनाइटेड डॉक्टर्स फेडरेशन ने हमारी DACP की जायज मांग को समझा और हड़ताल काे समर्थन दिया है। यह पहला मौका है जब प्रदेश में सभी विभागों के सरकारी डॉक्टर्स और जूडा भी किसी हड़ताल में एकसाथ शामिल है। इससे पहले जो भी हड़ताल हुई है, उनमें कभी जूडा, मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टर्स तो कभी हेल्थ डिपार्टमेंट के डॉक्टर शामिल रहे हैं। इस बार ये तीनों शामिल हो रहे हैं।

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दरअसल, मध्य प्रदेश में डॉक्टरों के सामने कई तरह की समस्याएं हैं। लंबे समय से डॉक्टरों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ है जिसको लेकर चिकित्सा बचाओ संपर्क यात्रा निकाली गई थी। 38 जिलों से होते हुए भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में समाप्त हुई। यहां डॉक्टरों ने तय किया कि वे 15 फरवरी से काली पट्टी बांधकर विरोध जताएंगे जिसके बाद 17 फरवरी से प्रदेश भर में अनिश्चितकालीन काम बंद हड़ताल करेंगे।

डॉक्टरों ने बताया कि मध्य प्रदेश में लंबे समय से उनका प्रमोशन रुका है। वेतन विसंगतियां भी हैं। सही समय पर डॉक्टरों की पदोन्नति भी नहीं हुई है। DACP लागू करने, पुरानी पेंशन बहाली और मेडिकल वर्क में अधिकारियों के दखल अंदाजी जैसी मांगों को लेकर सभी डॉक्टर आक्रोशित हैं। प्रदेश भर के सभी डॉक्टर सरकार की नीतियों से संतुष्ट नहीं हैं। बीते 5 सालों से डॉक्टरों की समस्याओं को कोई समाधान नहीं हुआ है। 15 फरवरी को डॉक्टर सभी सरकारी अस्पतालों में काली पट्टी बांधकर काम कर विरोध जताएंगे। 16 फरवरी को पूरे प्रदेश के सभी शासकीय स्वशासी चिकित्सक 2 घंटे के लिए चिकित्सीय कार्य को बंद रखेंगे। 17 फरवरी से प्रदेश भर के 10,000 से ज्यादा डॉक्टर अनिश्चितकाल के लिए कामकाज बंद रखेंगे।