मंत्री कृष्णा गौर के बंगले पर किसानों का धरना, सड़क निर्माण के लिए अधिग्रहित जमीन का नहीं मिला मुआवजा
कृषक राजपूत ने बताया कि खजूरीकलां गांव में 8 किसानों के खेत में सड़क डायवर्ट की गई है। हमने कहा है कि यदि कोई धार्मिक स्थल सड़क निर्माण में आ रहा है तो उसे विस्थापित किया जाए।

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के खजूरीकलां इलाके के कई किसान गुरुवार को राज्यमंत्री कृष्णा गौर के लिंक रोड नंबर-1 स्थित बंगले पर पहुंचे। वे गांव में निर्माणाधीन सड़क की चौड़ाई के संबंध में शिकायत करने पहुंचे थे। करीब दो घंटे तक वे बंगले के बाहर धरने पर बैठे रहे। हालांकि, मंत्री गौर उनसे नहीं मिलीं। इसके बाद वे वापस लौट गए।
किसान कुबैर सिंह राजपूत के मुताबिक गांव में इंडियन बैंक से न्यू बायपास तक 80 फीट रोड बन रही है। यह राहगीरों और ग्रामीणों के लिए अच्छी बात है, लेकिन सरकार ने किसानों की जमीन अधिग्रहित की है। उसका मुआवजा नहीं दिया गया है। न ही निर्माण गुणवत्ता वाला है।
कृषक राजपूत ने बताया कि खजूरीकलां गांव में 8 किसानों के खेत में सड़क डायवर्ट की गई है। हमने कहा है कि यदि कोई धार्मिक स्थल सड़क निर्माण में आ रहा है तो उसे विस्थापित किया जाए। कुछ धार्मिक हटाए भी गए हैं। अन्य 50 से अधिक किसानों को मुआवजा भी नहीं मिला है।
किसानों ने मंत्री गौर से मिलने के लिए करीब दो घंटे तक इंतजार किया। मंत्री के नहीं मिलने के बाद वे वहां से लौट गए। राजपूत ने बताया कि इस मामले को लेकर अब तक कई बार अधिकारी और जनप्रतिनिधियों से शिकायत कर चुके हैं। अब मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात रखेंगे।