खाद की बोरियां लूटने पर मजबूर हुए किसान, खाद की किल्लत से हैं हताश

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के संसदीय क्षेत्र का मामला, किसानों के एक समूह ने खाद की बोरियों से भरे ट्रक को लूटने का प्रयास किया, किसान खाद की किल्लत से काफी परेशान हैं, खाद लेने के लिए उन्हें जेब से काफी रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं

Publish: Oct 11, 2021, 01:08 PM IST

मुरैना। मध्य प्रदेश में खाद की किल्लत से परेशान किसानों की हताशा अब आक्रोश में तब्दील होने लगी है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के संसदीय क्षेत्र में आज किसानों ने खाद से भरे हुए ट्रक को लूटने का प्रयास किया। लेकिन जल्द ही स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को अपने नियंत्रण में ले लिया। 

मुरैना के सबलगढ़ में खाद से भरे ट्रक को आता देख किसानों को राहत मिली। सुबह ग्यारह बजे से खाद का वितरण शुरू किया जाना था। लेकिन ट्रक के खाद वितरण केंद्र पर पहुंचने के बाद किसानों को यह जानकारी दी गई कि पहले खाद की बोरियां उतारी जाएंगी, उसके बाद इनका वितरण किया जाएगा।

काफी दिनों से खाद के लिए दर दर भटक रहे किसानों को यह सुनकर गुस्सा आ गया। आक्रोशित किसान ट्रक में मौजूद 50 किलों की बोरियां लूटने जाने लगे। हालांकि मौके पर मौजूद प्रशासन ने इस पूरे घटनाक्रम को अपने नियंत्रण में ले लिया। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। 

खाद की किल्लत झेलने वाले किसानों की यही हालत प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी है। मुरैना के ही कैलारस में खाद के लिए धक्का मुक्की देखने को मिली। वहीं मुरैना जिला मुख्यालय और पोरसा में किसानों ने खाद की किल्लत को लेकर जमकर नारेबाजी की। यही स्थिति भिंड में भी है। ज्यादातर जगहों पर किसानों को अपने परिवार की महिलाओं तक को खाद के लिए लाइन में लगाने पर मजबूर होना पड़ा है। 

प्रदेश में खाद की कालाबाजारी भी अपने चरम पर है। किसानों को खाद और यूरिया के लिए अपनी जेब से मोटी रकम खर्च करनी पड़ रही है। इसके साथ ही भाजपा के नेताओं पर खाद की कालाबाजारी में संलिप्त होने का आरोप लग रहा है। कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने भी किसानों की हालत पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि इस सरकार ने किसानों की आय तो दोगुनी नहीं की लेकिन किसानों के ऊपर संकट को चार गुना ज़रूर बढ़ा दिया।