कांग्रेस के गोविंद सिंह ने गृह नरोत्तम मिश्रा से मुलाक़ात के बाद कहा, मित्र हैं पर हमारी इमेज ख़राब करने से बाज़ नहीं आते

गोविंद सिंह ने कहा कि नरोत्तम मिश्रा की आदत ही दूसरों को लड़वाने की रही है, वो तो यही चाहते हैं कि कांग्रेस पार्टी में लड़ाई हो और हमारी इमेज खराब हो, ऐसे मित्रों से भगवान बचाए

Updated: Jul 21, 2021, 01:09 PM IST

Photo Courtesy : Patrika
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भोपाल। कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने शिवराज सरकार में गृहमंत्री और कद में नंबर दो माने जाने वाले नरोत्तम मिश्रा से मुलाकात के बाद जुबानी संदेश देने की कोशिश की है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से अपनी दोस्ती पर गोविंद सिंह ने कहा है कि ऐसे मित्रों से तो भगवान बचाए। कांग्रेस नेता ने कहा कि नरोत्तम मिश्रा की आदत ही दूसरों को आपस में लड़वाने की रही है।  

डॉ गोविंद सिंह आज नरोत्तम मिश्रा से उनके आवास पर मिलने पहुंचे थे। गोविंद सिंह ने अपने क्षेत्र की समस्याओं के संबंध में करीब 45 मिनट तक नरोत्तम मिश्रा से बातचीत की। गोविंद सिंह ने अपने क्षेत्र में बढ़ते अपराध और उसको नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस थानों की बढ़ोतरी की मांग को लेकर गृह एवं जेल मंत्री से बात की। मिश्रा से मुलाकात करने के बाद जब गोविंद सिंह बाहर निकले तब मीडियाकर्मी उनके साथ चर्चा करने लगे।  

चर्चा के दौरान किसी पत्रकार ने गोविंद सिंह से कहा कि नरोत्तम मिश्रा अक्सर कहते हैं कि कांग्रेस में गोविंद सिंह के साथ अत्याचार हुआ है, उन्हें नेता प्रतिपक्ष बना दिया जाना चाहिए। नरोत्तम मिश्रा आपको अपना मित्र बताते हैं। इस पर गोविंद सिंह ने कहा कि नरोत्तम मिश्रा की तो आपस में लड़वाने की आदत रही है। कांग्रेस पार्टी में लड़ाई करवाएं, ताकि हमारी इमेज खराब हो, वो ऐसे ही मित्र हैं। ऐसे मित्र से भगवान बचाए।  

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गोविंद सिंह ने कहा कि मैं अपने राजनीतिक जीवन में सात बार विधायक बनकर विधानसभा पहुंचा हूँ और मंत्री भी रहा। अब ये निर्णय तो पार्टी को करना है कि कौन किस पद पर पदस्थ होगा। कांग्रेस नेता ने आरएसएस और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि चार चार साल के छोटे और अबोध बच्चों तक को आरएसएस झूठ बोलने की ट्रेनिंग देती है। गोविंद सिंह ने कहा कि बीजेपी एक हिटलर के सिद्धांतों पर आधारित पार्टी है, जो कि हिटलर के इसी सिद्धांत पर चलती है कि एक ही झूठ को बार बार बोलते रहने से वो झूठ सच में तब्दील हो जाता है। 

गोविंद सिंह उसी इलाके से आते हैं, जिस इलाके से नरोत्तम मिश्रा का वास्ता है। इलाके में बढ़े अपराध एक मुद्दा हो सकता है लेकिन राजनीति में दो और दो चार कभी नहीं होता। इसलिे पत्रकारों को इस मुलाकात पर संशय हुआ। कांग्रेस सरकार गिरने के बाद गोविंद सिंह का नाम नेता प्रतिपक्ष के रूप में भी कई बार उछला लेकिन पार्टी ने अब तक कोई निर्णय नहीं लिया है। ऐसे में पत्रकारों के कयासों को विराम देने के लिए उन्हें मित्र पर तंज तो करना ही था। गोविंद सिंह के साथ इस मीटिंग में लखन घनघोरिया भी मौजूद थे। अब मुलाकात का बहाना जो भी हो मगर इस सिलसिले पर सवाल उठने लगे हैं।