ग्वालियर घराने की शास्त्रीय गायिका मालिनी राजुरकर का निधन, 82 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस

ग्वालियर घराने से ताल्लुक रखने वाली गायिका मालिनी ने मेडिकल अध्ययन के लिए पहले ही अपना शरीर दान कर दिया था।

Publish: Sep 07, 2023, 07:15 PM IST

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के प्रचलित घराने ग्वालियर की शास्त्रीय गायिका मालिनी राजुरकर का 82 वर्ष की आयु निधन हो गया। उनके निधन की खबर से संगीत प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई। मालिनी ने हैदराबाद के अस्पताल में अंतिम सांस ली। 

मालिनी राजुरकर की एक करीबी मित्र ने बताया कि मंगलवार को उन्हें हैदराबाद के एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बुधवार को शाम सवा चार बजे उन्होंने अस्पताल में अंतिम सांस ली। मालिनी ग्वालियर घराने की प्रसिद्ध गायिका थीं। वे अपना शरीर पहले ही दान कर चुकीं थीं। निधन के बाद उनका शरीर हैदराबाद के उस्मानिया मेडिकल कॉलेज को दान कर दिया गया।

मालिनी राजुरकर ने अपनी खास पहचान ‘ख्याल’ और ‘टप्पा’ शैली में गाए गीतो से बनाई थी। वे इस शैली की अग्रणी गायिका रही हैं। उन्हें 2001 में इसके लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार भी मिल चुका है। 'नरवर कृष्णसामन' और 'पांडु-नृपति जनक जया' उनके द्वारा गाए गए दो मराठी थिएटर गीत थे जो काफी लोकप्रिय हुए। 

मालिनी का का जन्म राजस्थान में जन्म 7 जनवरी 1941 को हुआ था। यहीं पर उन्होंने संगीत और नृत्य सीखा। उनके करियर के सबसे अच्छे प्रदर्शन तानसेन समरोह (ग्वालियर), सवाई गंधर्व महोत्सव (पुणे), और शंकर लाल महोत्सव (दिल्ली) में हो हुए। मालिनी ने अपने गुरु बसंतराव राजुरकर से विवाह कर लिया था। उनकी ही प्रेरणा से वे संगीत की नई शैलियां सीखीं और उसमें प्रसिद्धी हासिल की।