लोकसभा चुनाव को लेकर PCC मुख्यालय में अहम बैठक, दिग्विजय सिंह, जितेंद्र सिंह व पटवारी मौजूद

मध्य प्रदेश कांग्रेस के नए प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह ले रहे हैं जिलाध्यक्षों की बैठक, पूर्व सीएम दिग्विजय व पीसीसी चीफ जीतू पटवारी भी मौजूद, हार के कारणों पर भी हो रही बातचीत

Updated: Dec 26, 2023, 03:29 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली अप्रत्याशित हार के बाद कांग्रेस अब लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह आज भोपाल में हैं। पीसीसी मुख्यालय इंदिरा भवन में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जिलाध्यक्षों की अहम बैठक हो रही है। बैठक में मुख्य रूप से पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और पीसीसी चीफ जीतू पटवारी भी शामिल हैं।

बैठक शुरू होने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, प्रभारी जितेंद्र सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी समेत अन्य नेताओं ने आज पीसीसी भोपाल में पूर्व राष्ट्रपति डॉ शंकर दयाल शर्मा जी की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद राजीव गांधी सभागार में बैठक शुरू हुई। 

इस दौरान पार्टी के शीर्ष नेता जिला अध्यक्ष, जिला प्रभारियों, संगठन मंत्रियों से विधानसभा चुनाव में हार के कारणों एवं लोकसभा चुनाव की रणनीति को लेकर चर्चा कर रहे हैं। बैठक में छतरपुर के जिलाध्यक्ष महाप्रसाद पटेल ने कहा कि पार्टी को अपने ही लोगों ने हरवाया है। हम भाजपा से नहीं, कांग्रेस से हर्ट हैं। संगठन में नियुक्तियां हो जाती हैं, प्रभारी को पता तक नहीं होता।

इस दौरान एक अन्य नेता ने कहा कि जिलाध्यक्ष या शहर अध्यक्ष पर हार का ठीकरा फोड़ना ठीक नहीं है। लेकिन ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति विधायक, पूर्व विधायक की पसंद से की जाती है। वो लोग संगठन की बैठकों में आते नहीं। धरना, प्रदर्शन चक्काजाम जिलाध्यक्ष के जिम्मे होते हैं। ऐसे में हार की जिम्मेदारी सबकी फिक्स होनी चाहिए। 

पीसीसी में आयोजित इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह और PCC चीफ जीतू पटवारी के अलावा नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व पीसीसी अध्यक्ष अरुण यादव, सज्जन सिंह वर्मा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह, उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे मौजूद हैं। जीतू पटवारी ने PCC के राजीव गांधी सभागार में बैठक शुरू होने के पहले खुद उन कार्यकर्ताओं को बाहर कर दिया, जो बैठक में बुलाए नहीं गए थे।