भोपाल। मध्यप्रदेश में शिक्षक भर्ती परीक्षा के अन्तर्गत उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थियों की नियुक्ति अब तक नहीं हो सकी। उच्च माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षकों के लगभग 30 हज़ार पदों पर भर्ती के निकले दो साल हो गए हैं। परीक्षा का परिणाम आए हुए लगभग एक साल गुज़र चुका है। लेकिन अब तक प्रदेश में दो बार सत्ता परिवर्तन होने के बावजूद इन पदों पर नियुक्ति नहीं की गई है। 



ऐसे में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व पीसीसी चीफ कमल नाथ ने राज्य सरकार से इन पदों पर जल्द से जल्द नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने की मांग की है। कमल नाथ ने कहा है कि 'मैं सरकार से मांग करता हूं कि शिक्षक भर्ती - 2018 वर्ग 01, वर्ग 02 की प्रक्रिया को तत्काल पूर्ण करवा कर, चयनित शिक्षकों अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रदान करें, उनकी रोजगार की मांग को पूरा करें।' 





कमल नाथ ने कहा है कि प्रदेश में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को बीच में रोक देने के कारण बड़ी संख्या में उच्च माध्यमिक तथा माध्यमिक चयनित शिक्षक परेशान हो कर दर दर भटक रहे हैं। बेरोज़गारी के कारण वे इस महामारी में आर्थिक व मानसिक परेशानी के दौर से गुज़र रहे हैं। 



दरअसल 2018 के सितंबर महीने में राज्य की तत्कालीन शिवराज सरकार ने 30,594 पदों उच्च माध्यमिक शिक्षकों और माध्यमिक शिक्षकों की बंपर भर्ती निकाली। तय कार्यक्रम के अनुसार दिसम्बर महीने में इन पदों के लिए परीक्षा होनी थी। लेकिन चुनाव के चलते परीक्षा टल गई। सत्ता परिवर्तन के बाद कमल नाथ सरकार ने फरवरी - मार्च 2019 में इन परीक्षाओं का आयोजन कराया। उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता की परीक्षा का परिणाम अगस्त 2019 में आया। माध्यमिक शिक्षक पात्रता की परीक्षा का परिणाम अक्टूबर 2019 में आया। लेकिन अब तक चयनित शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई है। चयनित शिक्षक कई बार अपना विरोध भी दर्ज करा चुके हैं।