पीसीसी में कांग्रेस प्रशासनिक अत्याचार प्रतिरोध समिति की बैठक, दिग्विजय सिंह ने सदस्यों से ली संभागवार रिपोर्ट

कार्यकर्ताओं को उत्पीड़न से बचाने के लिए कांग्रेस पार्टी ने बनाई है प्रशासनिक अत्याचार प्रतिरोध समिति, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह हैं इस कमेटी के अध्यक्ष

Updated: Apr 18, 2023, 01:31 PM IST

भोपाल। चुनावी साल में कांग्रेस हर मोर्चों पर सक्रिय नजर आ रही है। संगठन को मजबूती देना हो या भाजपा सरकार को घेरना हो, कांग्रेस काफी आक्रमक मोड में दिख रही है। भोपाल में कांग्रेस नेताओं की बैठकों का दौर जारी है। मंगलवार को पीसीसी मुख्यालय में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने प्रशासनिक अत्याचार प्रतिरोध समिति की बैठक की अध्यक्षता की।

दरअसल, कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर अत्याचार रोकने के लिए कांग्रेस पार्टी ने पिछले साल प्रशासनिक अत्याचार प्रतिरोध समिति का गठन किया था। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह इस कमेटी के अध्यक्ष हैं, वहीं 9 संभागवार सदस्य हैं। पूर्व विधायक राजेंद्र भारती ग्वालियर-चंबल संभाग, विधायक आरिफ मसूद भोपाल संभाग, पूर्व विधायक बाला बच्चन और प्रवक्ता केके मिश्रा इंदौर संभाग, विधायक रामलाल मालवीय उज्जैन संभाग, प्रभु सिंह ठाकुर और अरुणोदय चौबे सागर संभाग, विधायक विनय सक्सेना जबलपुर संभाग और राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल रीवा संभाग के सदस्य हैं।

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राजधानी भोपाल स्थित कांग्रेस मुख्यालय में राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को इस कमेटी की बैठक हुई। इस दौरान जेपी धनोपिया, प्रवीण कक्कड़, केके मिश्रा, प्रभु सिंह व अन्य नेता मौजूद रहे। दिग्विजय सिंह ने इस दौरान कमेटी के सदस्यों से कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ हो रहे उत्पीड़न की संभागवार रिपोर्ट ली। 

बताया जा रहा है कि समिति के सामने सैंकड़ों ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें कांग्रेस 
कार्यकर्ताओं को झूठे मुकदमों में फंसाकर उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। 50 से अधिक मामले अकेले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के क्षेत्र दतिया जिले के आए हैं, जिनमें कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज किए गये हैं। कांग्रेस प्रशासनिक अत्याचार प्रतिरोध समिति उत्पीड़न झेल रहे पार्टी कार्यकर्ताओं को लीगल सहायता उपलब्ध करा रही है।