कर्ज लेकर प्लेन से तीर्थ यात्रा कराने वाला पहला राज्य बना मध्य प्रदेश, भोपाल से 32 बुजुर्गों ने भरी उड़ान

चुनावी साल में धार्मिक ध्रुवीकरण की कोशिश में जुटे सीएम शिवराज, फ्लाइट से बुजुर्गों को कराएंगे तीर्थ दर्शन, रविवार को भोपाल से 32 बुजुर्गों ने भरी उड़ान

Updated: May 21, 2023, 10:57 AM IST

भोपाल। चुनावी साल में मतदाताओं को लुभाने के लिए मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार तमाम हथकंडे अपना रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पूरी तरह से धार्मिक ध्रुवीकरण की कोशिशों में जुट गए हैं। इसी क्रम में राज्य सरकार ने अब विमान से बुजुर्गों को तीर्थ दर्शन कराना शुरू कर दिया है। रविवार को भोपाल से 32 बुजुर्गों ने तीर्थ दर्शन के लिए उड़ान भरी। इसी के साथ मध्य प्रदेश कर्ज लेकर प्लेन से तीर्थ यात्रा कराने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। वर्तमान में राज्य सरकार पर करीब तीन लाख तीस हजार करोड़ रुपए का कर्ज है।

भोपाल एयरपोर्ट से रविवार सुबह 9.45 बजे प्रयागराज के लिए 32 बुजुर्ग तीर्थ यात्रियों ने इंडिगो की फ्लाइट से उड़ान भरी। 19 जुलाई तक चलने वाली इस यात्रा में 25 जिलों के बुजुर्गों को प्रयागराज, शिरडी, मथुरा-वृंदावन और गंगासागर ले जाया जाएगा। प्रयागराज की तीर्थ यात्रा में कुल 24 पुरुष और 8 महिला बुजुर्ग शामिल हैं। उनके साथ एक एस्कॉर्ट भी है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार सुबह बुजुर्गों को छोड़ने एयरपोर्ट तक आए। उन्होंने बुजुर्गों को प्रयागराज के लिए रवाना करते हुए आधे घंटे तक तस्वीरें खिंचवाई। इस दौरान सीएम चौहान ने कहा कि, 'राम की कृपा से आप तीर्थों के दर्शन करेंगे और हमें व प्रदेश को आपका आशीर्वाद मिलेगा।' उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि अगली फ्लाइट में जोड़े से बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा कराई जाएगी। अभी एक परिवार से एक बुजुर्ग ही जाता है। अगली फ्लाइट में दादा भी जाएंगे और दादी भी जाएंगी।

बुजुर्गों को यह यात्रा मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत कराई जा रही है। इस योजना के तहत प्रदेश के 65 वर्ष से अधिक आयु के ऐसे वरिष्ठ नागरिक जो आयकर दाता नहीं है, हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा पर जा सकेंगे। हालांकि, चयन की प्रक्रिया सार्वजनिक नहीं की गई है। यानी आम बुजुर्ग इसके लिए अप्लाई नहीं कर सकते हैं। शासन के अधिकारी ही तय करते हैं कि शासकीय खर्चे पर तीर्थ यात्रा करने कौन जाएगा।