भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन है। गुरुवार सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस ने फसलों के मुआवजे समेत कई मुद्दों को लेकर अनोखा प्रदर्शन किया। जुन्नारदेव से कांग्रेस विधायक सुनील उईके खाद समेत कई मुद्दों को लेकर हाथ में पोस्टर लेकर बंदर के वेश में विधानसभा पहुंचे थे। उनके हाथ में उस्तरा भी दिखा। जिसे उन्होंने सरकार और सिस्टम का प्रतीक बताया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी मौजूद रहे।
नेता प्रतिपक्ष सिंघार ने कहा था बंदर के हाथ में उस्तरा कहावत का सांकेतिक प्रदर्शन प्रदर्शन का उद्देश्य यह बताना है कि बंदर रूपी भाजपा सरकार के हाथ में उस्तरा आ गया है, और वह युवाओं के रोजगार, प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था, कानून-व्यवस्था और किसानों के अधिकारों पर बेरहमी से उस्तरा चला रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेरोज़गारी चरम पर है, स्वास्थ्य सुविधाएँ बदहाल हैं, कानून-व्यवस्था अस्त-व्यस्त है,और किसान न्याय और अधिकारों के लिए तरस रहे हैं। सिंघार ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार जनता की मूल समस्याओं से मुंह मोड़कर केवल राजनीतिक स्टंट में लगी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायकदल जनता की आवाज़ बनकर हर मोर्चे पर सरकार को कटघरे में खड़ा करता रहेगा।कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि वह प्रदेश की जनता के हितों, अधिकारों और सम्मान की रक्षा के लिए सड़कों से लेकर विधानसभा तक संघर्ष जारी रखेगी।
सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो कांग्रेस विधायकों ने खराब फसलों के मुआवजे का मुद्दा उठाया। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। इसके बाद वह बाहर नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने श्योपुर जिले के किसानों के खाते में राहत राशि नहीं डालने का मामला उठाया। जंडेल ने कहा कि किसानों के खाते में राशि नहीं पहुंची है और सरकार इस मामले में सही जवाब नहीं दे रही है। इस पर हंगामा शुरू हो गया।