MP: नगर पालिका की लापरवाही से दो बच्चियों की हुई मौत, घर के पास खुला छोड़ दिया था गड्ढा

घर के पास खेलते हुए 10 साल की संजना गड्ढे में गिर गई, वहीं उसे बचाने के लिए बड़ी बहन नंदनी भी इस गड्ढे में कूद गई। गड्ढा इन दोनों बच्चियों के हिसाब से काफी गहरा था। कुछ ही देर में दोनों बहनें गड्‌ढे में डूब गई और दोनों की मौत हो गई।

Updated: Sep 17, 2023, 02:28 PM IST

ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में एक बड़ा हादसा हो गया। यह घटना दो बच्चियों के घर के पास नगरपालिका के द्वारा खोदे हुए गड्ढे में डूबने से हुई। दरअसल ग्वालियर जिले की डबरा तहसील के पिछोर कस्बे में नगर पालिका ने गड्ढा खोदकर खुला छोड़ दिया था। वहीं कुछ देर की बारिश से ही वो गड्ढा पानी से लबालब भर गया।

बताया जा रहा है कि घर के पास खेलते हुए 10 साल की संजना गड्ढे में गिर गई, वहीं उसे बचाने के लिए बड़ी बहन नंदनी भी इस गड्ढे में कूद गई। गड्ढा इन दोनों बच्चियों के हिसाब से काफी गहरा था। कुछ ही देर में दोनों बहनें गड्‌ढे में डूब गई और दोनों की मौत हो गई। नंदनी भी सिर्फ 12 साल की थी। 

हादसे के वक्त बच्चियों के मां-पिता काम पर गए हुए थे। जब वे घर लौटे तो बच्चियां घर पर नहीं मिली। ढूंढने पर देखा कि घर के पास के गड्ढे के पास उनका बेटा रो रहा था। फिर पुलिस को बुलाया गया और गोताखोरों की मदद से दोनों बच्चियों के शवों को बाहर निकाला गया। 

रिपोर्ट्स के मुताबिक डबरा देहात के पिछोर में पानी की टंकी के पास रहने वाले राकेश जाटव एक प्राइवेट फर्म पर काम करता है। शुक्रवार को राकेश अपने बड़े बेटे के साथ काम पर गया था। घर पर उसकी पत्नी अंगूरी बाई, बेटियां नंदनी, संजना और 5 साल का बेटा घर में अकेले था। शाम को अंगूरी बड़ी बेटी नंदनी को घर छोड़कर कुछ सामान लेने बाजार चली गई थी। मां के जाते ही तीनों बच्चे खेलने के लिए घर से बाहर चले गए। 

पैर फिसलने से गड्ढे में गिरी थी बच्ची 
घर के पास वाले गड्ढे में बारिश का पानी भर गया था, खेलते-खेलते संजना का पैर फिसल गया और वो गड्ढे में गिर गई, वह पानी से भरे गड्ढे में डूबने लगी छोटे भाई ने संजना को डूबते देखा तो बड़ी बहन नंदनी को बताया। बहन को बचाने नंदनी ने पानी में छलांग लगा दी लेकिन गड्ढा गहरा था और उसे तैरना नहीं आता था। इसी कारण दोनों बहनों की पानी में डूबने से मौत हो गयी। 

घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिये भेजा और घटना की जांच में जुट गई। बताया जा रहा है कि यह गड्ढा नगरपालिका द्वारा खोदा गया था लेकिन इसे भरने की बजाए खुला छोड़ दिया गया।